समाजवादी पार्टी के नेता और सांसद आजम खान की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है. आजम खान से प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जल्द ही पूछताछ करने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक यह पूछताछ आजम खान के जौहर विश्वविद्यालय में जमीनों में की गई गड़बड़ियों को लेकर है. प्रवर्तन निदेशालय आजम खान को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुला सकती है.
किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा करके विश्वविद्यालय बनाने के मामले में आजम खान पर अब तक 26 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. इसमें आगे की जांच के लिए ईडी ने रामपुर प्रशासन से जौहर विश्वविद्यालय से जुड़े हुए दस्तावेज भी मांगे थे. शुरुआती जांच के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय को आजम खान और उनके करीबियों के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं.
सरदार पटेल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारत विभाजन : अनकही दास्तानइन सबूतों के आधार पर आजम खान से पूछताछ होनी तय है. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच में किसानों से जुड़ी हुई संपत्तियों के दस्तावेजों के आधार पर जो शुरुआती जांच की है. उससे साफ होता है कि आजम खान ने न सिर्फ जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा किया है बल्कि मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत काले धन को सफेद करने का भी प्रयास किया हैं.
अब प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आजम खान को किसी भी वक्त नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है जिससे वह इस मामले में अपना पक्ष रख सके. जानकारी के मुताबिक इस मामले में जांच एजेंसी के पास सारे पुख्ता सबूत है, यानी साफ है आने वाले दिनों में सपा नेता आजम खान की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं.