संविधान के अनुच्छेद 370 में संशोधन के बाद केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में शांति का दावा कर रही है. हालांकि कांग्रेस इससे सहमत नहीं दिखती. पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद को आज श्रीनगर एयरपोर्ट पर रोक लिया गया. उनके साथ J&K कांग्रेस प्रमुख गुलाम अहमद मीर भी थे. बाद में उन्हें अगली फ्लाइट से दिल्ली वापस भेज दिया गया.
उधर, जम्मू एवं कश्मीर के कारगिल, द्रास और सांकू क्षेत्रों में शांति और स्थिरता कायम रखने के लिए गुरुवार को अनिश्चित काल के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गई. जिला प्रशासन ने यह जानकारी दी. कारगिल जिला प्रशासन ने क्षेत्र में स्कूलों और कॉलेजों को भी अगले आदेश तक बंद रखने का निर्देश दे दिया है.
जिला अधिकारी बसीर उल हक चौधरी ने निर्देश दिया कि सीपीआरसी की धारा 144 मेडिकल और स्वास्थ सेवाओं या लोक निर्माण विभाग पर लागू नहीं होगी. अनुच्छेद 370 हटाने और जम्मू एवं कश्मीर को दो भागों में विभाजित किए जाने के बाद कारगिल जिले में विरोध प्रदर्शन के तौर पर ‘बंद’ आयोजित किया गया था. बंद का आवाह्न जॉइंट एक्शन कमेटी (जेएसी) कारगिल ने किया था.
- इमरान खान सरकार में मंत्री शेख राशिद ने भारत को धमकी देते हुए कहा की भारत के साथ जंग भी हो सकती है.
- पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस ट्रेन रद्द कर दी है. ये ट्रेन भारत और पाकिस्तान के बीच चलती है. ट्रेन रद्द करते हूए पाकिस्तान ने कहा कि ट्रेन को वापस ले जाने के लिए भारत अपना इंजन और क्रू भेजे. पाकिस्तान की इस कार्रवाई के बाद भारत ने अपना इंजन पाकिस्तान भेज दिया है.
- गुलाम नबी आजाद को अगली फ्लाइट से आपस दिल्ली भेज दिया जाएगा. फिलहाल उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट पर रोका गया है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इसी मुद्दे पर राष्ट्र को संबोधित कर सकते हैं. उनका संबोधन रात 8 बजे होगा. आकाशवाणी की तरफ से पहले जानकारी दी गई थी कि वह शाम 4 बजे राष्ट्र के नाम संबोधन देंगे. हालांकि बाद में यह ट्वीट डिलीट कर दिया गया.
- “सबसे बड़ी आशंका तो हमें हमारे पड़ोसी के बारे में रहती है. समस्या ये है आप दोस्त बदल सकते हैं पड़ोसी का चुनाव आपके हाथ में नहीं होता है. और जैसा पड़ोसी हमारे बगल में बैठा है, परमात्मा करे कि ऐसे पड़ोसी किसी को न मिले.” : गृह मंत्री राजनाथ सिंह
- सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को आर्टिकल 370 पर प्रेसिडेंशियल ऑर्डर को चुनौती देती याचिकाओं की तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया.
- जनरल वीके सिंह ने आर्टिकल 370 में संशोधन के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को ‘बेतुका’ बताया है. उन्होंने कहा कि 370 का मामला हमारा अंदरूनी मामला है, पाकिस्तान के पूछकर कुछ नहीं करेंगे. पाकिस्तान के यूएन में कश्मीर मुद्दे को ले जाने पर मंत्री ने कहा कि ‘कश्मीर का कोई मुद्दा ही नहीं है. सिंह ने आगे कहा, “इनकी (पाकिस्तान) आदत है कि जबरदस्ती कश्मीर का मुद्दा उठाया जाए. कश्मीर का कोई मुद्दा ही नहीं है. मुद्दा यह है कि (कश्मीर का) एक-तिहाई हिस्सा उन्होंने अपने काबू में कर रखा है, वह हमें वापस दे दें और आराम से रहें.”
- कांग्रेस समर्थक बिजनेसमैन तहसीन पूनावाला ने जम्मू-कश्मीर में लागू धारा 144 के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. पूनावाला ने मांग की है कि घाटी से धारा 144 लागू हटाया जाए और मोबाईल- इंटरनेट सेवा बहाल किया जाए. तहसीन पूनावाला का कहना है कि इस तरह के प्रतिबंध संविधान के अनुच्छेद 19 और 21 के तहत मिले मूल अधिकारों के खिलाफ है.
- दो अमेरिकी डेमोक्रेटिक सांसदों ने पाकिस्तान को भारत के खिलाफ किसी ‘जवाबी आक्रामक कार्रवाई’ से बचने की नसीहत दी है. सीनेटर रॉबर्ट मेननडे और संसद की विदेश मामलों की समिति के कांग्रेसमैन इलियट एंजेल ने एक संयुक्त बयान में जम्मू-कश्मीर के हालात पर चिंता जताई. रॉबर्ट जहां सीनेट की विदेश मामलों की समिति रैंकिंग सदस्य हैं, वहीं इलियट सदन की विदेश मामलों की समिति के प्रमुख हैं.