इंदिरा हृदयेश के बाद करन माहरा और मनीष खंडूड़ी ने भी किया आर्टिकल 370 हटाने का स्वागत... इन शर्तों के साथ
आर्टिकल 370 हटाने का विरोध करने की कांग्रेस की रणनीति के ख़िलाफ़ उत्तराखंड में आवाज़ें बढ़ने लगी हैं. सैन्य भूमि माने जाने वाले उत्तराखंड में लोगों की सेना के प्रति समर्थन स्वाभाविक रूप से रहा है और संभवतः इसलिए भी एक के बाद एक कांग्रेस नेता आर्टिकल 370 हटाने का समर्थन कर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के बाद उप नेता प्रतिपक्ष करन माहरा और पौड़ी से कांग्रेस उम्मीदवार रहे मनीष खंडूड़ी ने भी आर्टिकल 370 हटाए जाने का स्वागत किया है.
कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व आर्टिकल 370 हटाने का विरोध कर रहा है और राज्यसभा में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसका पुरज़ोर विरोध किया है लेकिन सैन्यभूमि उत्तराखंड में पार्टी ने अलग लाइन ले ली है. सबसे पहले प्रदेश में कांग्रेस की नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश मोदी सरकार के इस फ़ैसले का समर्थन किया तो नंबर उप नेता प्रतिपक्ष का आया.
करन महरा ने आर्टिकल 370 को हटाने का स्वागत करते हुए कहा कि अब देखना यह होगा कि इसके कूटनीतिक प्रभाव क्या पड़ेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ़ कश्मीर की ज़मीन नहीं हमें कश्मीरियों का भी देश की मुख्यधारा में स्वागत करना चाहिए. माहरा ने यह भी कहा कि कश्मीर की महिलाओं, लड़कियों के बारे में सोशल मीडिया में जो आपत्तिजनक बात कही जा रही है वह बहुत ग़लत है, ऐसा किसी भी सूरत में नहीं कहना चाहिए.