370 पर पार्टी को फजीहत से बचाने आगे आईं प्रियंका, अब ये होगी कांग्रेस की नई रणनीति
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अनुच्छेद 370 पर हुई पार्टी की फजीहत से निपटने के लिए बीच का रास्ता निकालने में जुटी हैं. मोदी सरकार के फैसले पर अलग-अलग बयानों के बीच पार्टी राष्ट्रवाद और विपक्ष की भूमिका में फंस गई है. अब सोनिया, प्रियंका समेत पार्टी के आला नेता शुक्रवार को दिल्ली में अहम बैठक बुलाकर पार्टी नेताओं को समझाएंगी ताकि पार्टी की और फज़ीहत न हो. बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी के सुझाव पर अब पार्टी ने यह तय किया है कि वो अब 370 हटाए जाने का विरोध नहीं करेगी बल्कि जिस तरह से जल्दबाजी में इसे हटाया गया उस प्रक्रिया पर सरकार को घेरेगी.
370 पर अलग अलग बयानों से फजीहत
जम्मू-कश्मीर से 370 हटाए जाने पर कांग्रेस से उठने वाली अलग-अलग आवाज़ों ने पार्टी की बड़ी फजीहत कर दी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया, अदिति सिंह, राजीव बख्शी, एनपी सिंह जैसे नेताओं ने खुलकर पार्टी लाइन से अलग प्रतिक्रिया दी है. और तमाम और भी ऐसे कांग्रेसी हैं जो मोदी सरकार के फैसले का स्वागत कर रहे हैं. अब इस किरकिरी से निपटने के लिए पार्टी अपने नेताओं में सांजस्य बनाने में जुटी है.
आर्टिकल 370 पर पार्टी को फजीहत से बाहर निकालेंगी प्रियंका गां
370 पर अपना रुख साफ करने के लिए पहले भी पार्टी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाई थी लेकिन कांग्रेसी एकमत नहीं हो पाए. लिहाजा इसी क्रम में 9 अगस्त यानी शुक्रवार को एक बार फिर दिल्ली में बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में देश भर से सांसदों, अध्यक्षों, सीएलपी नेताओं, विभागाध्यक्षों को बुलाया गया है.
यूपी से आ रहे विरोध सुर खतरे की घंटी
यूपी के नेताओं ने भी अनुच्छेद 370 के समर्थन में पुरजोर आवाज़ उठाई है. लिहाजा इस बैठक में उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर और सीएलपी नेता अजय लल्लू भी शामिल होंगे. इन दिनों प्रियंका उत्तर प्रदेश पर विशेष फोकस कर रही हैं. ऐसे में यहां से आने वाले विरोध के सुर पार्टी के लिए खतरे की घंटी की तरह है. यही वजह है कि पार्टी अब यूपी के इन नेताओं को विश्वास में लेने के लिए खास कोशिशों में जुटी है.