38 गांवों को एमडीडीए में शामिल करने के विरोध में कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन

जौनसार बाबर के 38 गांवों को एमडीडीए में शामिल करने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने साहिया में प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। इससे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने साहिया मंडी से आर्मी गेट तक जुलूस भी निकाला। 
बता दें कि सरकार ने जौनसार-बावर की तीन तहसीलों के 38 गांवों को एमडीडीए में शामिल किया है। इसके बाद से कांग्रेस कार्यकर्ता आंदोलित हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने साहिया में जोरदार नारेबाजी की और जौनसार बाबर के 38 गांवों को एमडीडीए में शामिल करने का विरोध किया। 
इस दौरान साहिया मंडी गेट से जुलूस शुरू किया। भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बाजार से होते हुए कार्यकर्ता आर्मी गेट पहुंचे। जहां से जुलूस वापस साहिया मंडी पर समाप्त हुआ। जहां पर कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। 
सभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 38 गांवों को एमडीडीए में शामिल कर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उन्होंने सदन में भी कहा था कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के लिए एक नया कानून लाई है। इससे जनजातीय क्षेत्र के लोगों को नक्शा पास कराने के लिए बार-बार एमडीडीए के चक्कर लगाने पड़ेंगे। 
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार का कार्यकाल तीन साल का होने को हैं, लेकिन जौनसार-बावर में विकास के नाम पर एक कार्य भी नहीं हुआ। उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा कि पौने तीन साल के कार्यकाल में प्रदेश सरकार ने जौनसार-बावर के लिए तीन बड़े काम किए हैं। एक 38 गांवों को एमडीडीए में शामिल करना, दूसरा दो बच्चे होने पर ही पंचायत चुनाव लड़ना व तीसरा साहिया और कोटी में दो नए शराब के ठेके खुलवाना। 
प्रीतम सिंह ने कहा कि कुछ दिन पूर्व कालसी एकलव्य आवासीय विद्यालय आए मुख्यमंत्री से लोगों में उम्मीद जगी थी कि जौनसार-बाबर के लिए कुछ खास घोषणा करके जाएंगे, लेकिन लोगों के हाथ निराशा लगी। 

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