नैना चौटाला की ढाल बनीं गीता और शकुंतला

विधानसभा में बदले हुए संख्याबल और सदन के अंदरुनी स्वरूप के बीच सत्तारूढ़ भाजपा ने जजपा समर्थित इनेलो विधायक नैना सिंह चौटाला को घेरने की कोशिश की। कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल और कलानौर से विधायक शकुंतला खटक ने नैना के लिए ढाल के रूप में काम किया। वहीं इनेलो विधायक दल के नेता और नैना चौटाला के देवर अभय चौटाला भी बीच में कूदे।
गोहाना से कांग्रेस विधायक जगबीर सिंह मलिक ने खानुपर के महिला मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की कमी का मुद्दा उठाया था। वे इस मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से जवाब मांग रहे थे। मलिक ने आरोप लगाए कि अस्पताल में कई बीमारियों के टैस्ट नहीं हो रहे। अनट्रेंड लोगों को लैब में टैस्ट करने के लिए लगाया हुआ है। इसी बीच नैना चौटाला ने डबवाली के अस्पताल में महिला डॉक्टर का मुद्दा उठाया। नैना ने कहा, मैं इस मुद्दे को कई बार सदन में उठा चुकी हूं। सरकार ने महिला डॉक्टर की नियुक्ति तो की थी, लेकिन दो माह पहले उसकी बदली कर दी। अब डबवाली एरिया की महिलाओं को डिलीवरी के लिए बठिंडा या सिरसा शहर में जाना पड़ता है। इस बीच अपने जवाब में विज ने नैना चौटाला को इनेलो विधायक बोल दिया। तब लाडवा से भाजपा विधायक डॉ. पवन सैनी ने चुटकी ली, इनेलो विधायक या फिर …।
विज भी वहीं रुक गए और इसी बात पर जोर दिया। इस पर गीता भुक्कल और शकुंतला खटक ने आपत्ति जताई। उन्होंने विज से कहा कि वे इस बात पर न जाएं कि कौन किस पार्टी से है। खुद नैना ने कहा, स्वास्थ्य मंत्री को सीधे तौर पर सवाल का जवाब देना चाहिए। डॉक्टरों की कमी और अस्पतालों की बुरी स्थिति को वे ऐसे छुपा नहीं सकते। बीच में कूदे अभय चौटाला ने एक बार तो नैना चौटाला का समर्थन किया लेकिन बाद में वे यह याद करवाने से भी पीछे नहीं हटे कि नैना सहित अपनी ही पार्टी के चार विधायकों के खिलाफ वे दलबदल मामले में स्पीकर कोर्ट में केस दायर कर चुके हैं। अभय ने कहा, कौन किस पार्टी का विधायक है इसका फैसला 6 अगस्त को स्पीकर करेंगे।

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