आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित पूर्व कुलसचिव डॉ. मृत्युंजय मिश्रा का समायोजन निरस्त

आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित पूर्व कुलसचिव डॉ. मृत्युंजय मिश्रा का समायोजन निरस्त कर दिया गया है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद आयुष विभाग ने समायोजन निरस्त करने के आदेश जारी किए है। मिश्रा को अब मूल विभाग उच्च शिक्षा में वापस भेजा गया है। हालांकि करोड़ों के घपले में मिश्रा जेल में हैं।पूर्व कांग्रेस सरकार के समय मृत्युंजय मिश्रा को सचिव स्तर पर ग्रेड पे देकर आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कुलसचिव पद पर समायोजित किया गया था। आयुर्वेद विश्वविद्यालय एक्ट और यूजीसी के मानकों के अनुसार मिश्रा की शैक्षणिक योग्यता और प्रशासनिक अनुभव कुलसचिव के अनुरूप नहीं था।

जिस समय उन्हें विश्वविद्यालय में समायोजित किया गया था। उस समय मिश्रा उच्च शिक्षा विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद थे। 11 जुलाई 2013 को मिश्रा को प्रति नियुक्ति पर आयुर्वेद विश्वविद्यालय का कुलसचिव बनाया गया था। 24 जुलाई 2019 को मंत्रिमंडल ने मृत्युंजय मिश्रा के समायोजन को निरस्त करने की मंजूरी दी थी। शुक्रवार को सचिव आयुष आरके सुधांशु ने मिश्रा के पूर्व में जारी समायोजन के आदेशों को निरस्त कर उन्हें मूल विभाग उच्च शिक्षा में वापस भेजने के आदेश जारी किए है।

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