जम्मू-कश्मीर के लिए BJP का खास प्लान, प्रभारी बोले- आधी नहीं, अब पूरी सरकार बनाएंगे

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कश्मीर घाटी में कमल खिलाने के लिए बड़े मिशन पर काम शुरू कर दिया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में जिस तरह से दक्षिण कश्मीर की त्राल विधानसभा सीट पर बीजेपी को बढ़त मिली, उससे पार्टी उत्साहित है. यह इलाका आतंक का गढ़ माना जाता है. ऐसे में विधानसभा चुनाव के प्रभारी बनाए गए बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना का मुख्य फोकस कश्मीर में बीजेपी को सबसे ताकतवर बनाने पर है.
त्राल में पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस से भी ज्यादा वोट मिलने पर पार्टी नेताओं का मानना है कि यह बीजेपी की घाटी में बढ़ती लोकप्रियता का सबूत है. जम्मू रीजन में बीजेपी पहले से मजबूत है. अविनाश राय खन्ना चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने चार अगस्त को जम्मू-कश्मीर जाने की तैयारी में हैं. विधानसभा प्रभारी बनने के बाद उनका यह पहला दौरा होगा.
अविनाश राय खन्ना का मानना है कि जिस तरह से घाटी में तेजी से लोग बीजेपी का सदस्य बन रहे हैं, लगातार चुनावों में पार्टी का वोट शेयर बढ़ रहा है, उसे आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी जम्मू के साथ कश्मीर बेल्ट में भी शानदार प्रदर्शन करेगी. पार्टी मिशन 44 प्लस को हासिल कर सकती है. 89 सदस्यीय विधानसभा में 87 सीटों पर चुनाव होते हैं. दो सीटें नॉमिनेटेड हैं. इस प्रकार सरकार बनाने के लिए किसी दल को 44 सीटों की जरूरत पड़ती है. 2014 के विधानसभा चुनाव में 25 सीटें पाकर बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी, जबकि 28 सीटों के साथ पीडीपी नंबर वन पार्टी थी. बीजेपी को सभी सीटें जम्मू रीजन में ही मिली थीं.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के प्रभारी बनाए गए अविनाश राय खन्ना AajTak.in से कहते हैं- हम आधी सरकार तो पहले ही बना चुके हैं, अब पूरी सरकार बनाकर ही दम लेंगे. खन्ना के आधी सरकार कहने का इशारा पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार से है. उनका मानना है कि इस बार बीजेपी कम से कम 44 सीटें जीतकर अपने दम पर जम्मू-कश्मीर में सत्ता हासिल करेगी.
विधानसभा प्रभारी बनने के बाद अविनाश राय खन्ना चार अगस्त को जम्मू-कश्मीर के पहले दौरे पर जाने की तैयारी में है. जहां वह पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मिलकर चुनाव जीतने के प्लान पर चर्चा करेंगे. अभी उनका मुख्य फोकस घाटी के सभी जिलों में बूथ लेवल तक कार्यकर्ताओं की टीम को सक्रिय करना है. नौ हजार बूथों पर बीजेपी ऊर्जावान कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी करने में जुटी है. इसके अलावा पार्टी पन्ना और बूथ प्रमुखों के सम्मेलन के जरिए संगठन में जान फूंकने की तैयारी है.
AajTak.in से बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना ने कहा कि घाटी में बीजेपी की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है. निकाय चुनावों के दौरान कश्मीर में जीते हमारे 1300 प्रतिनिधि न केवल संगठन विस्तार बल्कि सरकार की नीतियों को आम जन तक ले जाने में काफी मददगार साबित हो रहे हैं.
मोदी सरकार ने हाल में जम्मू-कश्मीर के गांवों के विकास के लिए केंद्र का खजाना खोल रखा है. हाल में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि केन्द्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लिए 3700 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं, जिन्हें सीधे पंचायतों को भेजा जा रहा है. पहले चरण में 700 करोड़ रुपये पंचायतों तक भेजे जा चुके हैं.  1500-1500 करोड़ रुपये की दो और किश्तें जारी करने की तैयारी है. मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर की  4,483 पंचायतों के लिए मोटी धनराशि देकर उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश कर रही है.
जम्म-कश्मीर में हर साल 15 अगस्त को अलगाववादी और आतंकी संगठनों की ओर से बंद का ऐलान किया जाता है. बंद के पीछे कोशिश होती है कि इससे वे घाटी में अपना खौफ कायम रहने का संदेश दे सकें. मगर, बीजेपी ने इस बार इसका काउंटर करने की सोची है. बीजेपी ने अपने सभी पंचों, सरपंचों से पंचायतों में 15 अगस्त के दिन तिरंगा फहराने को कहा है. सूत्र बताते हैं कि बीजेपी बंद के ऐलान के बीच पंचायतों में तिरंगा फहराकर घाटी में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है, वहीं अलगाववादी ताकतों का मनोबल भी तोड़ना चाहती है.

More videos

See All