अखाड़ा बना कांग्रेस दफ्तर, PCC अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री के समर्थकों में जमकर मारपीट
झारखंड कांग्रेस में जारी अंदरुनी कलह अब सड़क पर आ गई है. गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के समर्थकों ने रांची स्थित कांग्रेस भवन में जमकर हंगामा मचाया. बाद में हालात बिगड़ता देख पुलिस को मौके पर बुलाई गई. पुलिस को स्थिति संभालने के लिए लाठियां चटकानी पड़ी.
अजय कुमार और सुबोधकांत के समर्थक भिड़े
गुरुवार शाम कांग्रेस भवन परिसर अखाड़े में तब्दील हो गया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के समर्थक आपस में भीड़ गये. इस दौरान जमकर हाथापाई हुई. बाद में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्की लाठियां भांजनी पड़ी.
पार्टी ऑफिस में विधानसभा प्रभारियों की बैठक होने थी. इससे पहले दोनों नेताओं के समर्थकों ने ना केवल एक- दूसरे के विरोध में नारेबाजी की, बल्कि सभी मर्यादाओं को पार कर दिया. समर्थकों ने एक-दूसरे के नेताओं को चोर तक कहा.
जब प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार पार्टी ऑफिस पहुंचे तो सुबोधकांत सहाय के समर्थकों ने उन्हें अंदर जाने से रोकने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा. दरअसल डॉ. अजय कुमार ने दो नेता सुरेन्द्र सिंह और राकेश सिन्हा को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया. निष्कासित दोनों नेता कांग्रेस भवन में प्रेस कान्फ्रेंस करने वाले थे. लेकिन डॉ अजय के समर्थकों ने दोनों नेताओं को पार्टी ऑफिस में प्रेस कान्फ्रेंस करने से रोकने की कोशिश की, जिसके बाद मौके पर जमकर हंगामा और मारपीट हुई.हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने भांजी लाठी
'पार्टी को बर्बाद करने पर तूले हैं कुछ नेता'
हंगामे के बीच कांग्रेस भवन पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सुबोधकांत सहाय, प्रदीप बलमुचू और ददई दुबे जैसे नेता निजी स्वार्थ के कारण पार्टी को बर्बाद करने पर तूले हुए हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी किसी के बाप की नहीं है. हर चुनाव में इन्हीं नेताओं और इनके रिश्तेदारों को टिकट नहीं मिलेगा.
करीब डेढ़ घंटे तक कांग्रेस भवन में हंगामा जारी रहा. इस दौरान पत्थरबाजी के चलते एक मीडियाकर्मी घायल हो गये. मामला शांत होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने विधानसभा प्रभारियों के साथ बैठक की.