अगस्ता वेस्टलैंड मामले में फंसे कमलनाथ के भांजे रितुल पुरी, कभी बनाते थे CD अब हैं बिजली कंपनी के मालिक
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे और युवा कारोबारी रतुल पुरी पर आयकर विभाग ने अपना शिकंजा और कस लिया है. अब विभाग ने पुरी के 254 करोड़ रुपए के बेनामी शेयरों की जब्ती कर ली है. ये रकम ऑप्टिमा इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड में एफडीआई निवेश के ज़रिए हासिल हुई. एक और कंपनी एचईपीसीएल के नाम पर उन्होंने सौर पैनल आयात करने के लिए ज्यादा चालान बनाए और उसके जरिए 254 करोड़ कमाए.
अधिकारियों की मानें तो ये रतुल पुरी की एक शेल कंपनी है, जिसका संचालन दुबई में राजीव सक्सेना करता था. राजीव सक्सेना अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले के मामले में ईडी की गिरफ्त में है.
दरअसल अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीदने के लगभग 3,600 करोड़ रुपये के सौदे को भारत ने भ्रष्टाचार और रिश्वत के आरोपों के चलते रद्द कर दिया था. मामले की जांच ईडी और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपी गई. जांच एजेंसियों ने इस मामले में पहले ही आरोप पत्र दाखिल कर दिए हैं. ईडी सूत्रों के मुताबिक अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में सरकारी गवाह बने कथित बिचौलिए और दुबई कारोबारी राजीव सक्सेना ने जो बयान दर्ज कराए थे उनमें पुरी का नाम सामने आया था. दिल्ली की विशेष अदालत को ईडी के विशेष लोक अभियोजक डीपी सिंह और एन के मट्टा ने बताया था कि एजेंसी ‘आरजी’ नाम के एक शख्स की पहचान करना चाहती है जिनके नाम से गुप्ता की डायरियों में 50 करोड़ रुपये से अधिक की एंट्री की गई है.