इंद्रजीत ने विधायक का भाषण रुकवाया, बोले-यहां काम किसी की चापलूसी से नहीं, हमारे रुतबे से हुए

रेवाड़ी के डहीना में रविवार को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की सम्मान रैली के दौरान मंच पर सियासी ड्रामा हुआ। कोसली से भाजपा विधायक विक्रम यादव भाषण के दौरान सीएम मनोहर लाल की तारीफ करने लगे तो केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के समर्थकों ने हूटिंग शुरू कर दी। इंद्रजीत ने मंच संभाल रहे समर्थक के जरिए विधायक को भाषण बंद करने का संदेश भिजवाया, लेकिन विधायक ने बोलना जारी रखा। इस पर इंद्रजीत अपनी सीट से खड़े हो गए और विधायक का भाषण रुकवा दिया। फिर इशारा कर उन्हें वापस मंच पर बैठा दिया। राव इंद्रजीत ने भी अपने भाषण के दौरान विधायक विक्रम पर जमकर पलटवार किया। कहा, ‘जिनको टिकट दिलाई वही बागी हो गए। क्षेत्र में काम किसी की चापलूसी से नहीं, हमारे रुतबे से हुए हैं।’ इंद्रजीत ने भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी की तो कई बार तारीफ की, लेकिन सीएम का नाम तक नहीं लिया। लोगों ने इंद्रजीत भावी सीएम के नारे भी लगाए।
सीएम की वजह से हुआ क्षेत्र का विकास: विक्रम
विक्रम यादव ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव में सीएम मनोहर लाल की नीतियों के चलते सभी 10 सीटों पर जीत मिली। सबसे महत्वपूर्ण रोहतक सीट थी, जिसे हमारे कोसली हलके ने जीतने में बड़ी भूमिका निभाई। कोसली का जितना विकास बीते 5 सालों में हुआ, उतना कभी नहीं हुआ। सीएम की वजह से कोसली में विकास हुआ और यहां अंडरपास-बाइपास, सड़कें और पानी की सुविधाएं बढ़ी हैं। प्रदेश को ऐसे मुख्यमंत्री मनोहर लाल मिले, जिनकी सरकार में ना पर्ची है ना खर्ची है और ना भ्रष्टाचार है। सीएम ने हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा सार्थक किया। मैं उनका दिल की गहराईयों से... (इसके बाद भाषण रुकवा दिया गया)
भगवान करें उन्हें दोबारा टिकट मिले: इंद्रजीत 
इंद्रजीत सिंह ने कहा, ‘40 साल की राजनीति में 4 बार विधायक रहा और 5वीं बार सांसद बना हूं। हमने कई मुख्यमंत्री बनाए, लेकिन उन्होंने हमें तराशने की ही कोशिश की। ये बात अखरती है कि जिसको टिकट दिलवाया, वही बागी हो गया। भगवान करे, इन्हें दोबारा टिकट मिले। पीएम नरेंद्र मोदी नहीं होते तो रोहतक में जीत संभव नहीं थी। मैं खुद उनकी वजह से भारी अंतर से जीता। राज्य सरकार द्वारा इलाके के विकास कार्य किसी की चापलूसी से नहीं, बल्कि हमारे रुतबे की वजह से हुए हैं। हक के लिए सरकारों में हमारा तो कभी किसी से, कभी किसी से झगड़ा होता रहा है। इस बार भी भाजपा की साल 2014 वाली लहर है।’
विधायक व मंत्री में खटास के मायने
विक्रम यादव भी इंद्रजीत के कट्टर समर्थकों में गिने जाते हैं। लेकिन सीएम की तारीफ करना उन्हें अखर गया। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि विक्रम को उम्मीद नहीं है कि विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए राव उनकी पैरवी करेंगे। इसके चलते पिछले कुछ दिनों से अंदरूनी खींचतान चल रही है, जो अब खुलकर सामने आई। चर्चा है कि विक्रम का अब सीएम खेमे की तरफ झुकाव है। वैसे भी इसी सीट से दावेदारी जताने के लिए जिला पार्षद अनिल यादव द्वारा यह रैली आयोजित की थी। प्रदेश प्रवक्ता वीर कुमार, लक्ष्मण यादव, अनिल पाल्हावास कतार में हैं। कांग्रेस छोड़कर डॉ. टीसी राव भी टिकट के लिए भाजपा में आ गए। 

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