आर्थिक मदद के लिए किसान परिवार ने खून से लिखा नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को खत

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के एक किसान परिवार में दो बच्चे हैं जो थैलीसीमिया नामक बीमारी से पीड़ित हैं. बच्चों की अजीब बीमारी से यह परिवार पाई-पाई को मोहताज हो गया है. मैनपुरी में एक परिवार के लिए गंभीर बीमारी थैलेसीमिया ऐसी सिरदर्द बन गई कि परिवार आर्थिक रूप से बुरी तरह टूट गया. परिवार ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को आर्थिक मदद के लिए खून से खत लिखा है. दरअसल परिवार के दो मासूम बच्चे थैलेसीमिया नाम की बीमारी से दो साल पहले ग्रसित हो गए थे.

इसके बाद हर माह दोनों बीमार बच्चों का खून बदला जाता है. खून बदलने में जो खर्च होता है उसके लिए परिवार ने अपनी कुल 5 बीघा जमीन में से 4 बीघा जमीन 11 लाख रुपए में बेच दी लेकिन पैसे की पूर्ति नहीं हुई. दो बच्चों का इलाज चल ही रहा था कि परिवार के तीसरे बच्चे में भी डॉक्टरों ने थैलेसीमिया के लक्षण बता दिए. डीएम ने इस परिवार को मदद का भरोसा दिया है.

यह किसान परिवार मैनपुरी जिले के किशनी इलाके के कत्तरा गांव का है, यहां के रहने वाले शिववीर सिंह के दो मासूम बच्चे करिश्मा (8 वर्ष) और दिव्यांशु (6 वर्ष) को दो साल पहले थैलेसीमिया नाम की गंभीर हो गई, इस बीमारी के चलते बच्चों का हर माह खून बदला जाता है, जिसका एक बार का खर्च 10 हजार रुपया आता है. पीड़ित परिवार ने सैफई से लेकर दिल्ली तक बच्चों का इलाज कराया लेकिन कोई हल नहीं निकला. बच्चों के इलाज में गरीब परिवार आर्थिक रूप से टूट गया है.

परिवार के पास 5 बीघा पैतृक जमीन थी जिसमें से 4 बीघा जमीन परिवार ने 11 लाख रुपए में इलाज के लिए बेच दी, लेकिन बच्चे ठीक नहीं हुए. डॉक्टर इस बीमारी का स्थायी इलाज ऑपरेशन बता रहे हैं, जिसका खर्च 22 लाख रुपया है. पीड़ित परिवार के पास फूटी कौड़ी भी नहीं बची है, जबकि उनकी तीसरे नंबर की बच्ची राधा (2 वर्ष) में भी थैलेसीमिया के लक्षण बताए जा रहे हैं. गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों के पिता शिववीर सिंह ने मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से खत लिखा है. डीएम प्रमोद उपाध्याय ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया है.
 

More videos

See All