बसपा से निकाले गए विधायक एन महेश ने सदन में गैरमौजूदगी पर दी सफाई

कर्नाटक में पार्टी नेतृत्व के आदेश के बावजूद फ्लोर टेस्ट से दूरी बनाने पर पार्टी से निकाले गए बसपा विधायक एन महेश ने कहा है कि मैं वोटिंग के दौरान अनुपस्थित था, मैंने बहन जी के आदेश की अवहेलना नहीं की है। बता दें कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने महेश को निर्देश दिया था कि वह कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में वोट करें। वोटिंग के दौरान महेश गैरहाजिर रहे और पार्टी ने कार्रवाई करते हुए उन्हें निकाल दिया। 
एन महेश ने कहा, 'पार्टी अध्यक्ष अशोक सिद्धार्थ ने मुझे वोटिंग से दूर रहने के लिए कहा था। उन्होंने मुझसे तटस्थ रहने और किसी भी पार्टी को समर्थन न देने के लिए कहा था। यह वो आदेश थे जो मुझे दिए गए थे। इसी के परिणामस्वरूप में अनुपस्थित था। मैंने बहनजी के आदेश की अवहेलना नहीं की है।'
कर्नाटक विधायक ने कहा, 'हाईकमान के निर्देशों के अनुसार मैं तटस्थ रहते हए अनुपस्थित था। यह मेरे लिए हैरान कर देने वाला है क्योंकि मैंने किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया है। मैंने पार्टी अध्यक्ष से बात नहीं की है, मैं करीब एक सप्ताह से बंगलूरू से बाहर था। आज सुबह मुझे पता चला कि मुझे पार्टी से निकाल दिया गया है।' उन्होंने कहा, 'लेकिन यह कुछ समय की ही बात है। सब ठीक हो जाएगा। मैं बसपा में ही रहूंगा।'

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