जम्मू-कश्मीर में युवाओं के आतंकी बनने के मामलों में 40 फीसद की गिरावट : सरकार
जम्मू-कश्मीर में युवाओं के आतंकी समूहों में शामिल होने के मामलों में 40 फीसद की गिरावट आई है। यही नहीं भारतीय सुरक्षाबलों की सजगता के कारण सीमा पार से होने वाली आतंकी घुसपैठ में भी 43 फीसद की कमी आई है। इसके साथ ही सुरक्षा बलों के ऑपरेशन में 59 फीसद का इजाफा हुआ है और आतंकी घटनाओं में भी 28 फीसद की कमी देखी गई है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बुधवार को राज्यसभा में यह जानकारी दी। एक सवाल के लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल की पहली छमाही में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति में सुधार देखा गया है। केंद्र सरकार की ओर से बताया गया कि सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति बनाई है। नतीजतन आतंकियों को निष्क्रिय करने के मामले में भी 22 फीसद का इजाफा हुआ है।
इससे पहले लोकसभा में केंद्र सरकार ने मंगलवार को बताया कि जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमलों में 86 फीसद की कमी आई है। बीते एक दशक (अप्रैल 2009 से जून 2019 तक) में यह संख्या 23,290 से घटकर 3187 पहुंच गई है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी द्वारा पूछे गए सवाल पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी बताया कि पिछले एक दशक में देश में हुए आतंकी हमलों में इससे पहले वाले दशक के मुकाबले 70 फीसद की कमी आई है।