सोहराय भवन पर बोले हेमंत सोरेन, एसआईटी जांच रिपोर्ट सदन में रखे सरकार, गलत हुआ तो खुद बुलडोजर चलवा दूंगा

विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत हंगामेदार रही। नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि सरकार के मंत्री घूस लेते हैं। सत्ता पक्ष के विधायक अफसरों को पीटते हैं। अगर विपक्ष के लोग ऐसा करें तो सदस्यता चली जाती है, जबकि ये लोग मंत्री बने रहते हैं। स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के 15 हजार रुपए कमीशन मांगने का वीडियो वायरल हुआ है, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा विधायक ने अधिकारी को पीटा पर उनके खिलाफ भी कुछ नहीं हुआ। इन मसलों पर सदन के नेता को जवाब देना चाहिए।
झामुमो नेता स्टीफन मरांडी ने कहा कि किसी भी मंत्री पर आरोप लगे, तो इससे पूरे मंत्रिमंडल और झारखंड की बदनामी होती है। सत्ता पक्ष के विधायकों ने झामुमो के इन आरोपों का विरोध किया। भाजपा के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि जब तक प्रमाण न हो, सदन के अंदर आरोप नहीं लगा सकते। मंत्री से वक्तव्य नहीं मांग सकते। किशोर ने हेमंत सोरेन को कहा कि आप पर भी एसटी जमीन हड़पने का आरोप है। आपको भी अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। प्रतिवाद करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि मेरे खिलाफ एसआईटी गठित की गई थी। बाद में उसे भंग भी कर दिया गया। सोहराई भवन की ओर संकेत करते हुए हेमंत ने कहा कि एसआईटी ने जो रिपोर्ट दी है, उसे सदन में सरकार रखे। अगर मेरे खिलाफ कुछ भी गलत साबित हुआ तो खुद बुलडोजर चलवा दूंगा। पर, अपने मंत्री और विधायकों के बारे में मुख्यमंत्री को भी सदन में वक्तव्य देना चाहिए।

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