हिमाचल में इस बार भी नहीं होंगे छात्र संघ चुनाव!

हिमाचल में इस बार भी छात्र संघ के चुनाव नहीं होंगे. प्रत्यक्ष तौर पर ही छात्रों के पदाधिकारी चुने जाएंगे. हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के 50 स्थापना दिवस पर पहुंचे सीएम जयराम ठाकुर ने यह संकेत दिए हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से एसएफआई कार्यकर्ताओं ने एससीए चुनाव बहाल करने की मांग की और समस्याएं भी बताई. लेकिन सीएम ने इशारों में चुनाव न करवाने के संकेत दिए हैं.

गौरतलब है कि साल 2014 से हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी सहित 135 कॉलेज में एससीए चुनाव नहीं रहे हैं. बढ़ती हिंसा के चलते वर्ष 2014 में कांग्रेस कार्यकाल में प्रदेश भर के कॉलेजों और एचपीयू में चुनाव पर रोक लगाई गई थी. लेकिन भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में भी एससीए चुनाव को बहाल करने की बात कही थी.
मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि छात्रों की मांगें पूरी करने के लिए जरूरी नहीं कि चुनाव हों. स्टूडेंट की डिमांड प्रशासन और सरकार अन्य कई तरह से पूरा कर रही है. 50वें स्थापना दिवस पर सीएम जयराम ठाकुर ने घोषणा की कि एचपीयू के बजट को 115 करोड़ से 130 करोड़ कर दिया. समारोह से पहले सीएम ने गैर शिक्षक कर्मचारियों के लिए बनाए गए भवन का लोकार्पण किया और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के आवासीय भवन का भी शिलान्यास किया. साथ ही एचपीयू मॉडल स्कूल के चरण-3 का भी लोकार्पण किया गया. इसके अलावा, दिव्यांग छात्रों के लिए सुगम्य पुस्तकालय की भी शुरूआत की गई.
एचपीयू में सीएम को SFI के विरोध का भी सामना करना पड़ा. छात्रों की विभिन्न मांगे पूरी न होने के विरोध में SFI कार्यकर्ताओं ने मुंह पर काली पट्टी बांध कर रोष-प्रदर्शन किया. समारोह में बेस्ट टीचर, बेस्ट स्टूडेंट, बेस्ट इम्पलॉई के अवॉर्ड भी दिए गए. यूनिवर्सिटी जर्नल समेत कई पुस्तकों का भी विमोचन किया गया. समारोह के दौरान कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने एचपीयू को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग रखी और साथ ही खाली पदों को भरने के लिए अतिरिक्त बजट की भी मांग की थी.

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