बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ग्रीन कारपेट पर चलकर दरभंगा के राहत शिविर में बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे. सीएम साहेब के लिए बिछाई गई कारपेट इतनी साफ-सुथरी थी कि उस पर धूल का एक भी कण नहीं था. राहत शिविर की व्यवस्था में प्रशासन ने जमकर पसीना बहाया है. वहीं, कैंप में बीमार मरीजों का इलाज जमीन किया जा रहा है.
सीएम नीतीश जिस समय शिविर कैंप में थे उस दौरान लगातार कारपेट की झाड़ू लगाकर सफाई की जा रही थी. कोशिश तो यही थी कि सूबे के सबसे बड़े और सबसे ज्यादा रसूख वाले इंसान के पांव में कहीं धूल न लग जाए. लेकिन बाढ़ पीड़ितों के लिए की गई व्यवस्था पर जैसे किसी की ध्यान ही नहीं गया. शिविर के चारों ओर काफी गंदगी फैली हुई है.
ये भी पढ़ें- कर्नाटक की खींचतान के बीच विधानसभा में स्पीकर को क्यों याद आ गए पंडित नेहरू?बता दें कि बिहार के 12 जिलों में बाढ़ का कहर अब भी जारी है. लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. इस बीच रविवार को एक बार फिर कोसी के जलस्तर में वृद्धि देखी गई. कई नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बिहार जल संसाधन विभाग के प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि बागमती ढेंग, कनसार और बेनीबाद में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, वहीं कमला बलान और बूढ़ी गंडक भी कई क्षेत्रों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.