सोनभद्र नरसंहार पर क्यों 'मौन' हैं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव?

सोनभद्र में जमीन विवाद को लेकर बुधवार को हुए खूनी संघर्ष में 10 लोगों की मौत के 3 दिन बाद भी समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मौन धारण किए हुए हैं. अखिलेश यादव की इस चुप्पी के पीछे क्या रणनीति है. उनकी खामोशी के सवाल पर सपा नेता अनुराग भदौरिया ने बताया कि घटना के बाद मौके पर सपा का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा गया है. लेकिन पुलिस ने सपा नेताओं को बीच रास्ते में रोक लिया. भदौरिया कहते हैं कि 17 जुलाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोनभद्र कांड पर ट्वीट किया था.

सपा नेता ने कहा कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष का सोनभद्र जाना और ना जाना एक अलग मुद्दा है. लेकिन मीडिया को योगी सरकार से सवाल पूछना चाहिए, आखिर कहां चली गई यूपी की कानून व्यवस्था. उन्होंने सोनभद्र नरसंहार की तुलना चर्चित जलियांवाला बाग से किया. वहीं मुरादाबाद के चंदौसी में पुलिस वैन के अंदर कैदियों ने 2 पुलिसवालों की गोली मारकर हत्या और जेल से वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही हैं.
सोनभद्र नरसंहार पर 'मौन' सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सवाल पर राजनीतिक विश्लेषक रतन मणि लाल ने न्यूज़18 से बातचीत में कहा कि मुझे लगता है कि कोई ना कोई जातिगत और क्षेत्रीय कारण इस कांड से जुड़ा हुआ है. जिसकी वजह से अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी चुप हैं. लाल कहते हैं कि अखिलेश यादव की चुप्पी के पीछे की वजह यूपी की 11 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव भी हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि चूंकि बसपा से उनका गठबंधन टूट गया है, ऐसे में अखिलेश अब फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं और संभलकर बयान दे रहे हैं.

इससे पहले अखिलेश यादव ने सोनभद्र नरसंहार को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि बीजेपी सरकार अपराधियों के सामने नतमस्तक हो चुकी है. अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा, 'अपराधियों के आगे नतमस्तक बीजेपी सरकार में एक और नरसंहार. सोनभद्र में भू-माफियाओं द्वारा जमीन विवाद में 9 लोगों की हत्या दहशत और दमन का प्रतीक. सरकार सभी मृतकों के परिवार को 20-20 लाख रुपये मुआवजा दे और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करे.

इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि अपर मुख्य सचिव राजस्व के नेतव में 3 सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है. उन्होंने कहा कि 1952 से लेकर कमेठी जांच करेगी. नरसंहार पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी सहित 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. सीएम ने कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

बुधवार को सोनभद्र जिले के घोरावल कोतवाली क्षेत्र के मूर्तिया गांव में जमीन विवाद को लेकर हुए हुए खूनी संघर्ष में 10 लोगों की गोली मारकर हत्या कर गई थी. इस घटना में 25 से अधिक लोग भी घायल हुए हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि जमीन विवाद को लेकर 2 गुट आपस में भिड़ गए. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को लेकर अस्‍पताल पहुंची. घायलों का इलाज बीएचयू में जारी है. तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है.

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