बंगाल में तृणमूल कांग्रेस नेता मदन मित्रा के घर में आयोजित होगी 'रामकथा'

बंगाल में 'जय श्रीराम' को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच घमासान मचा हुआ है। इसी बीच, राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री व तृणमूल नेता मदन मित्रा द्वारा घर में 'रामकथा' आयोजित करने की घोषणा से नए समीकरण की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। सूत्रों की मानें तो मदन मित्रा के भवानीपुर स्थित आवास पर आगामी 24 जुलाई को 'रामकथा' आयोजित की जाएगी। इस दौरान प्रसाद वितरण व भोज का भी आयोजन किया गया है। इसके लिए 'रामभक्त' अतिथियों को निमंत्रण पत्र भी भेजा जाने लगा है। इसमें बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ भी एकत्र होने की संभावना जताई जा रही है।
वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों में कई तरह की चर्चा भी शुरु हो गई है। कुछ लोग इसे मदन मित्रा द्वारा 'हिंदुत्व' की ओर झुकाव दिखा कर भाजपा में शामिल होने का हथकंडा मान रहे हैं, तो कुछ लोग 'हिंदुत्व' को लेकर भाजपा की बढ़ती शक्ति से निपटने की रणनीति करार दे रहे हैं। हालांकि खुद मदन मित्रा इसे महज भगवान राम के प्रति आस्था बता रहे हैं।
गौरतलब हो कि सारधा चिटफंड और नारद स्टिंग ऑपरेशन में नाम आने और करीब तीन साल तक जेल और अस्पताल में गुजारने के बाद मदन मित्रा तृणमूल से अलग थलग हो गए थे। लेकिन तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाटपाड़ा उपचुनाव में मदन मित्रा पर विश्वास जताते हुए अपना उम्मीदवार बनाया था। हालांकि मदन मित्रा भाजपा उम्मीदवार पवन सिंह के समक्ष हार गए थे। बावजूद इसके खुद पर विश्वास जताने और टिकट देने के लिए तृणमूल सुप्रीमो का आभार जताया था। हालांकि मदन मित्रा कभी पार्टी की हार, तो कट मनी को लेकर समय-समय पर नेताओं की आलोचना करते रहे हैं।

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