100 साल से धधक रहा झारखंड का ये शहर, SC की निगरानी में होगा प्रभावितों का पुनर्वास

झारखंड के धनबाद जिले के झरिया शहर की धरती बीते 100 वर्षों से धधक रही है. भूमिगत कोयले की आग की वजह से यह शहर लगातार जल रहा है. लेकिन इस समस्या ने अब सुप्रीम कोर्ट का ध्यान अपनी ओर खींचा है.

बता दें कि कोलवरी इलाके की जमीन 100 सालों से आग से धधक रही है. इसकी वजह से वहां के स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर भी काफी बुरा असर पड़ रहा है.

इस संबंध में वर्ष 1997 से पहले से लंबित मामले को प्राथमिकता देते हुए शीर्ष अदालत ने एक सदी से भी ज्यादा समय से जल रहे घातक विस्फोट से प्रभावित निवासियों के बचाव और पुनर्वास की निगरानी के लिए इसे अपने ऊपर ले लिया है.

भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने झरिया कोलफील्ड की भूमिगत आग पर जनहित याचिका की सुनवाई तेजी से की है, जिसने सैकड़ों लोगों की जान ले ली है और हजारों लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया है. वहीं अदालत ने हाल ही में उल्लेख किया है कि धनबाद के खान सुरक्षा महानिदेशक के नवीनतम स्थिति रिपोर्ट में वर्ष 2009 के बाद से इस मामले में कुछ भी नहीं मिला था.

कोर्ट ने केंद्र सरकार को अपनी कार्रवाई योजना के संदर्भ में उनके द्वारा उठाए गए कदमों का प्रदर्शन करने के लिए वहां के निवासियों के पुनर्वास के लिए अपने हलफनामे को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. 

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