मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का किया हवाई सर्वे राहत व बचाव कार्य तेज करने का दिया निर्देश, हेल्पलाइन नंबर जारी

 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन मंत्री संजय झा के साथ रविवार को मधुबनी, झंझारपुर, शिवहर, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण व मुजफ्फरपुर के पताही के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वे किया. हवाई सर्वे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त सभी क्षेत्रों में  राहत और बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसके  लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गयी हैं. हवाई सर्वे में उनके साथ मुख्य सचिव दीपक कुमार, जल संसाधन  विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह और आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान  सचिव प्रत्यय अमृत भी माैजूद थे.  
मुख्यमंत्री संपूर्ण स्थिति पर स्वयं नजर बनाये हुए हैं. उनकी पहल पर मधुबनी जिले के नरूआर इलाके से बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया. मुख्यमंत्री ने जरूरत के अनुसार राहत कैंप और कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. उन्होंने भोजन की गुणवत्ता और साफ-सफाई पर  समुचित ध्यान रखने का भी निर्देश दिया है. दवा की समुचित  व्यवस्था के साथ-साथ पशुओं के लिए चारा आदि की भी व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. श्री झा ने बताया कि देर रात एनडीआरएफ की और भी टीमें आ जायेंगी, जिन्हें बचाव और राहत कार्य के लिए तैनात किया जायेगा. 
इसके पहले दिन में  मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों के साथ बाढ़ को लेकर आपात बैठक बुलायी और सभी विभागों से ताजा स्थिति की जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बाढ़ग्रस्त  सभी जगहों पर पैनी नजर बनाये रखें. पीड़ितों के लिए कैंप की व्यवस्था बेहतर तरीके से करवाएं. उन्होंने नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में सतर्कता  बनाये रखने का भी निर्देश दिया. बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बाढ़ग्रस्त जिलों में किये जा रहे राहत और बचाव कार्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी. जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने उत्तर बिहार की नदियों के जल स्तर में वृद्धि और अगले दो दिनों में संभावित बारिश के बारे बताया. पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा और ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव विनय कुमार ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के बारे में जानकारी दी. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने बताया कि   तीन–चार दिनों से नेपाल के तराई इलाकों में पिछले वर्षाें की तुलना में छह  गुनी अधिक वर्षा हुई और पानी छोड़ा गया है. इसके चलते 50 मिमी  औसत वर्षा की तुलना में इस वर्ष 280 से 300 मिमी पानी छोड़ा गया है.  उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह सचेत और अलर्ट है. जिलों को सभी स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है. 
सीएम आवास पर हुई बैठक मे जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त  सुभाष शर्मा, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, पशु एवं मत्स्य विभाग की सचिव एन विजयालक्ष्मी, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण के सचिव पंकज कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, पीएचइडी के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव, सीएम के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री सचिवालय के अपर सचिव चंद्रशेखर सिंह सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

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