हरियाणा विधानसभा का माॅनसून सत्र अब इसी महीने होगा, जानें पहले क्‍यों हो सकता है सत्र

हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी राज्य सरकार अगस्त की बजाय जुलाई में मानसून सत्र करा सकती है। इसके लिए विधानसभा सचिवालय को तैयारी करने के संकेत दिए गए हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल 7 अगस्त के बाद किसी भी समय विदेश जा सकते हैं। वहां से लौटते ही मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश का भ्रमण करने के लिए रथ पर सवार हो जाएंगे। इसलिए सरकार जुलाई के आखिरी सप्ताह में ही विधानसभा सत्र कराकर फारिग होना चाहती है।
प्रदेश में 15 अक्टूबर के आसपास विधानसभा चुनाव है। राज्य सरकार चुनाव से पहले अगस्त में विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित करना चाहती थी, लेकिन अगस्त और सितंबर माह में मुख्यमंत्री की व्यस्तताएं बढ़ गई हैं। इस कारण अब विधानसभा का यह सत्र जुलाई माह के आखिरी सप्ताह में आयोजित किया जाएगा। यह सत्र सिर्फ दो दिन का होगा। अगर विपक्ष ने ज्यादा दबाव बनाया तो सत्र की अवधि बढ़ाकर तीन दिन की जा सकती है।
भाजपा सरकार का मानना है कि राज्य में हाल फिलहाल विपक्ष नहीं है। लिहाजा सरकार सत्र का संचालन अपनी मर्जी के हिसाब से कर सकती है। सत्र में प्रश्नोत्तर काल भी रखा गया है। विधायकों से उनके सवाल पूछने की प्रक्रिया शुरू की जाने वाली है। बेहद चुनींदा सवालों को ही प्रश्नोत्तर काल में शामिल किया जा सकता है। चुनाव से ठीक पहले होने वाला यह सत्र कई मायनों में अहम होगा।
सरकार चुनाव आचार संहिता लगने से पहले सदन में कई अहम घोषणाएं कर सकती है। मनाेहरलाल सरकार के एजेंडे पर फिलहाल कर्मचारी और किसान हैं। बाकी वर्ग के लिए धीरे-धीरे घोषणाएं की जा रही हैं। लिहाजा सत्र में किसान व कर्मचारी सरकार के प्रमुख एजेंडे पर रहेंगे। इन्हीं दोनों मुद्दों पर कांग्रेस और इनेलो सत्तारूढ़ भाजपा की घेराबंदी करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देंगे। हालांकि अब राज्य में इनेलो के विधायकों की संख्या लगातार कम हो रही है। इनेलो विधायक टूटकर लगातार भाजपा में शामिल हो रहे हैं।

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