विश्वासमत प्रस्ताव पर आज स्पीकर ले सकते हैं फैसला

कर्नाटक का राजनीतिक संकट खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. बागी विधायकों की खींचतान जारी है. विधानसभा के स्पीकर से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुंचा हुआ है लेकिन 10 दिन बाद भी स्थिति साफ नहीं हो रही है. कांग्रेस और जनता दल सेकुलर (जेडीएस) बागी विधायकों को मनाने में जुटे हैं. आज यानी सोमवार को एक बार फिर कांग्रेस-जेडीएस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, जिसमें सभी विधायकों को तलब किया गया है. उधर विश्वासमत प्रस्ताव को लेकर कर्नाटक के विधानसभा स्पीकर आज फैसला ले सकते हैं. स्पीकर आज विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. वहीं आज ही 5 विधायक सुप्रीम कोर्ट में मामले में जल्द सुनवाई की याचिका दे सकते हैं.
रविवार को बेंगलुरु में कांग्रेस की अहम मीटिंग हुई. इस बैठक में कांग्रेस के आला नेता शामिल हुए. वहीं मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को भी बैठक में बुलाया गया. इसके बाद सोमवार को एक बार फिर विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें सभी विधायकों को तलब किया गया है.
अब सवाल ये खड़ा होता है कि क्या इस बैठक में कांग्रेस के सारे विधायक शामिल होंगे, क्योंकि इस्तीफे पर अड़े विधायकों को तेवर खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं. मुंबई में बागी विधायकों का डेरा लगा हुआ है. सोमशेखर ने एक बार फिर साफ किया कि 12 विधायक साथ हैं और वे इस्तीफा वापस नहीं लेने वाले हैं. मुंबई के होटल में रुके कांग्रेस के बागी विधायकों और पार्टी नेताओं ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखी है. इसमें साफ कहा गया है कि वे गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे या किसी भी नेता से नहीं मिलना चाहते, इन विधायकों ने सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है.
उधर विश्वासमत प्रस्ताव को लेकर कर्नाटक के विधानसभा स्पीकर सोमवार को फैसला ले सकते हैं. स्पीकर सोमवार को विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. वहीं सोमवार को 5 विधायक सुप्रीम कोर्ट में मामले में जल्द सुनवाई की याचिका दे सकते हैं.
हालातों की गंभीरता को देखते हुए बीजेपी ने फ्लोर टेस्ट की मांग कर दी है. येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी से इस्तीफा मांगा है. वहीं स्पीकर के फैसले पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. येदियुरप्पा का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद स्पीकर के पास विधायकों को अयोग्य घोषित करने का कोई अधिकार नहीं है. विश्वास मत प्रस्ताव पर सोमवार को कर्नाटक के स्पीकर फैसला करेंगे. ऐसे में आज विधानसभा में जमकर हंगामा देखने को मिल सकता है.
उधर कर्नाटक में कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री डी. के. शिवकुमार ने गठबंधन सरकार को बचाने की आखिरी कोशिश करते हुए बागी विधायकों को उनकी मांगें पूरी करने का भरोसा दिलाया. उन्होंने बागी विधायकों से कहा कि अगर वे अपना इस्तीफा वापस ले लेते हैं और विधानसभा के चालू सत्र में हिस्सा लेते हैं तो उनकी मांगें पूरी की जाएंगी. शिवकुमार ने कहा, "बागी विधायक अगर अपना इस्तीफा वापस ले लेते हैं और सोमवार से सत्र में हिस्सा लेते हैं तो पार्टी उनकी मांगें पूरी करने के लिए तैयार है."

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