कुमारस्वामी ने भरा शक्ति परीक्षण का दम, येदियुरप्पा बोले- हम हैं तैयार

भारतीय जनता पार्टी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने शनिवार को कहा कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव के लिए तैयार है. शुक्रवार को ही राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने
कहा कि वह सदन में विश्वासमत हासिल करना चाहते हैं. कुमारस्वामी ने कहा कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार से इसके लिए समय तय करने का अनुरोध किया है.

कुमारस्वामी की यह घोषणा विपक्ष के लिए चौंकाने वाली थी. सदन के पहले ही दिन यह घोषणा कर के कुमारस्वामी को विपक्ष की आलोचना का सामना भी करना पड़ा. दरअसल, सदन में दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दिए जाने के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा यह मुद्दा उठाये जाने पर विपक्षी दल बीजेपी ने इसकी आलोचना की.

समाचार एजेंसी ANI के अनुसार बीएस येदियुरप्पा ने कहा, 'अविश्वास प्रस्ताव पर हमें कोई आपत्ति नहीं है. हम सोमवार तक इंतजार करेंगे. सोमवार को हम अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं.'

शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक विधानसभा में यथास्थिति बनाए रखने के लिए निर्देश दिए हैं. सुप्रीम कोर्ट 16 जुलाई को इस पर फैसला करेगा. अविश्वास प्रस्ताव पर सीएम एचडी कुमारस्वामी के ऐलान ने बीजेपी के खेमे खलबली मचा दी. अपने खेमे में किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए बीजेपी ने अपने विधायकों को रिजॉर्ट में भेज दिया है.

अविश्वास प्रस्ताव पर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर इस बार विश्वास मत होता है तो उस पर चर्चा और मतदान विधानसभा की बाकी सभी गतिविधियों को किनारे रखकर प्राथमिकता से किए जाएंगे. कांग्रेस और जेडीएस की रणनीति है कि वह प्रस्ताव के पक्ष में वोट देने के लिए सभी विधायकों को व्हिप जारी करें. इन विधायकों में वो विधायक भी शामिल होंगे, जिन्होंने इस्तीफे की पेशकश तो की है लेकिन अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है.

कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने बागी विधायकों के इस्तीफे को अब तक स्वीकार नहीं किया है. अगर वह ऐसा करते हैं तो गठबंधन के 118 सदस्यों की संख्या 100 से नीचे आ जाएगी और बहुमत का आंकड़ा 113 से घटकर 105 हो जाएगा. बीजेपी के पास 105 सदस्य हैं और दो निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन है, जिससे उनकी संख्या 107 तक पहुंच जाती है.

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