एचआईवी वायरल लोड टेस्टिंग से 12 हजार मरीजों को मिलेगा लाभ : स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि एचआईवी से निजात पाने में जितनी महत्वपूर्ण भूमिका दवाइयों की होती है, उतनी ही समय-समय पर जांच की भी। एक बार दवा शुरू होने के बाद, दवाओं का असर जानने के लिए मरीजों का वायरल लोड टेस्ट अर्थात शरीर में एचआईव्ही वायरस का लोड जानना जरूरी होता है। वायरल लोड टेस्टिंग एचआईव्ही संक्रमितों के बेहतर इलाज एवं उपचार से संबंधित प्रभावी प्रबंधन की एक नई तकनीक है।

यह  मशीन नेशनल एड्स कंट्रोल आर्गनाइजेशन (नाको) द्वारा प्रत्येक राज्यों को प्रदान की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य में यह पहली व एकमात्र मशीन है, जिसका संचालन चिकित्सा महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा किया जाएगा। इस मशीन के द्वारा एड्स पीड़ित मरीजों के उपचार व मॉनिटरिंग में मदद मिलेगी। साथ ही इस बात की जानकारी भी प्राप्त की जा सकेगी कि एंटी रेट्रो वायरल दवाईयों का कितना असर मरीजों पर हो रहा है।

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