अपने विस्तार के लिए इस प्लान पर काम कर रही BJP, जानिये सियासी समीकरण
लोकसभा चुनाव में आरजेडी की करारी हार के बाद तेजस्वी यादव एक महीने के अज्ञातवास पर चले गए. वापस लौटे तो 6 जुलाई को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल हुए. मंथन और चिंतन के दौर के दौरान उन्होंने कहा कि परंपरागत राजनीति का दौर खत्म हो गया है, हमें नए सिरे से नई राजनीति करनी होगी. इसी मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा- तेजस्वी आगे बढ़ें, वे कुछ लोग से घिरे नहीं दिखाई दें. एक ही जाति (यादव) के बीच तेजस्वी घिरे हुए रहते हैं. वहीं आरजेडी के अन्य नेताओं ने कहा कि पिछड़े और अति पिछड़े समुदाय के लोग हमसे अलग हो चुके हैं.
दरअसल ये सब बातें उस घबराहट का नतीजा है जिससे आरजेडी को लगता है इन तबकों के पार्टी से मुंह मोड़ लेने की वजह से ही हार हुई है. गौरतलब है कि बिहार में बदले दौर की राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे के बूते भारतीय जनता पार्टी ने पिछड़े और अति पिछड़े समाज में अच्छी पैठ बना ली है और लगातार अपने जनाधार का विस्तार कर रही है.