5 गांव बनेंगे स्मार्ट विलेज, अभी जिन गांवों में साक्षरता 72% वहां वाईफाई और आई-चौपाल से बढ़ाएंगे कौशल विकास

गौतमबुद्ध नगर जिले के 5 गांवों को एक साथ स्मार्ट विलेज बनाने की कवायद शुरू हो गई है। ग्रेटर नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के क्षेत्र में इन पांचों गावों में अभी मूलभूत सुविधाओं का काफी अभाव है। ऐसे में करीब 49 करोड़ रुपए खर्च कर इन गांवों में सुविधाओं के साथ आत्मनिर्भर बनाने की भी कवायद होगी। इन गांवों को भी हसूड़ी गांव की तर्ज पर ही विकसित करने की योजना है। हालांकि, हसूड़ी गांव को वहां के युवा ग्राम प्रधान ने रोजगारोन्मुख के साथ डिजिटल केंद्रित बनाने में बड़ी भूमिका निभाई। 
 यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण ने 30 मई को कुल 10 गांवों को स्मार्ट बनाने की घोषणा की थी। जिसके लिए कुल 80 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है। पहले चरण में जिन 5 गांवों को चुना गया वो हैं अच्छेजा बुजुर्ग, डूंगरपुर-रीलखा, निलोनी शाहपुर, रामपुर बांगर और चांदपुर हैं।
पहले चरण में चुने गए पांचों गांव अभी काफी पिछड़े हैं। इन गांवों को लेकर की गई स्टडी में ऐसी बातें सामने आईं हैं जिससे यहां पर पीने के लिए अच्छे पानी की व्यवस्था तक नहीं है। प्राइमरी स्कूल तो हैं लेकिन 12वीं तक की पढ़ाई के लिए कोई स्कूल नहीं है। अभी मेडिकल सुविधा तक नहीं है।  

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