वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में शामिल हुआ जयपुर, पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई

 गुलाबी नगरी के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर जयपुर की चारदीवारी को यूनेस्को की धरोहर सूची में शामिल किया गया है. शनिवार को यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति ने अजरबैजान की राजधानी बाकू में चल रही बैठक में यह निर्णय लिया. जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्विट कर खुशी जाहिर की है.
जयपुर वॉल सिटी वर्ल्ड हेरिटेज सिटी में शामिल हो गई है. देश का यह दूसरा शहर है जो विश्व धरोहर सुची में शामिल किया गया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब दुनिया के 16 देशों के प्रतिनिधियों नें जयपुर को हैरिटेज सिटी की लिस्ट में शामिल करने के लिए समर्थन दिया हैं. यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति ने अजरबैजान की राजधानी बाकू में आयोजित किए गए सम्मेलन में इसी घोषणा की. 
आपको बता दें, पिछले साल अगस्त में पिंक सिटी को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित करने के लिए सरकार की ओर से प्रस्ताव भेजा गया था. प्रस्ताव के बाद यूनेस्कों के प्रतिनिधियों ने जयपुर सिटी का दौरा किया था. हालांकि जिसके दौरे में कई आपत्तिाय भी जताई थी. जिसके बाद राज्य सरकार ने हाल ही में चारदिवारी क्षेत्र को नो-कंस्ट्रक्शन जोन घोषित किया था.
जयपुर को हेरिटेज सिटी का दर्जा मिलने से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलने से लोकल अर्थव्यवस्था को बढावा मिलेगा. और लोगों को रोजगार भी मिलेगा. हस्तशिल्प और हस्तकरघा उद्योग की भी आमदनी को भी फायदा होना स्वभाविक है. आपको बता दें, यूनेस्को की गाइडलाइन के तहत एक राज्य से हर साल सिर्फ एक स्थान को ही वर्ल्ड हेरिटेज बनाने के लिए प्रस्तावित किया जा सकता है. हालांकि, जयपुर के आमेर किले और जंतर-मंतर को विश्व विरासत सूची में पहले ही जगह मिल चुकी हैं.
इस ऐतिहासिक घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टि्वट कर लिखा, “जयपुर संस्कृति और वीरता से जुड़ा शहर है. सुंदर और ऊर्जावान, जयपुर का अतिथि सत्कार सबको लुभाता है. यह प्रसन्नता का विषय है कि इस शहर को यूनेस्को की विरासत स्थल सूची में शामिल किया गया है. वही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्विट कर खुशी जाहिर की है.
आपको बता दें कि जयपुर शहर की स्थापना 1727 में राजा जयसिंह ने की थी. यह अपनी स्थापत्य कला के कारण पर्यटकों में आकर्षण का केंद्र है. यहां की संस्कृति, वस्त्र सज्जा और लोकगीत लोगों को लुभाते रहे हैं. यूनेस्को की संस्था इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (ICOMOS) की सिफारिश पर ही किसी भी शहर या क्षेत्र को अनूठी विरासत के कारण विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया जाता है. केन्द्रिय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने इसे देश के लिए गर्व का विषय बताया है. कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री शांतिलाल धारीवाल और पूर्व महापौर अशोक लाहोटी ने जयपुर शहरवासियों को बधाई दी है. 

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