विदेश में पढ़ते हैं कश्मीर को नफरत की आग में झोंकने वाले इन नेताओं के बच्चे

जम्मू-कश्मीर में युवाओं द्वारा देश विरोधी नारेबाजी और पत्थर मार विरोधों के पीछे मुख्य कारण वहां के अलगाववादी नेता हैं. ये एक तथ्य बन चुका है कि वे ब्रेनवॉश करके वहां युवाओं को भटकाते हैं. कश्मीर में आग लगाकर तमाशा देखने वाले इन नेताओं के बारे में नई बात पता चली है. गृह मंत्रालय ने उन अलगाववादी नेताओं की लिस्ट जारी की है जिनके बच्चे विदेश में पढ़ाई या नौकरी करते हुए सेटल हो गए हैं.
इस लिस्ट में बहुत बड़े-बड़े नाम हैं. बताया गया है कि 14 हुर्रियत नेताओं के 21 बेटे, बेटियां, बहनें और बहुएं अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, ईरान, तुर्की, मलेशिया और पाकिस्तान में पढ़ रहे हैं या वहीं बस गए हैं. ये रही वो लिस्ट:
1. अशरफ सेहराई (तहरीक ए हुर्रियत के चेयरमैन) – खालिद और आबिद अशरफ नाम के दो बेटे सऊदी अरब में काम कर रहे हैं.
2. जीएम भट (अमीर ए जमात) – इनका बेटा सऊदी अरब में डॉक्टर है.
3. आसिया अंद्राबी (दुख्तरान-ए-मिल्लत चीफ) – मुहम्मद बिन कासिम और अहमद बिन कासिम नाम के दो बेटे विदेश में पढ़ रहे हैं. एक मलेशिया में है तो दूसरा ऑस्ट्रेलिया में है.
4. अल्ताफ अहमद शाह (तहरीक ए हुर्रियत, एसएएस गिलानी का दामाद) – एक बेटी तुर्की में पत्रकार है और दूसरी बेटी पाकिस्तान में पढ़ाई कर रही है.
5. मोहम्मद शफी रेशी ( डीपीएम) – बेटा अमेरिका में पीएचडी की पढ़ाई कर रहा है.
6. अशरफ लाया (तहरीक ए हुर्रियत) – बेटी नवाब शह सिंध पाकिस्तान में मेडिकल की की पढ़ाई कर रही है.
7. जहूर गिलानी (तहरीक ए हुर्रियत) – बेटा सऊदी अरब में बस गया है और वहीं सऊदी एयरलाइंस में काम कर रहा है.
8. सईद अली शाह गिलानी (चेयरमैन, तहरीक ए हुर्रियत)– बेटा नईम गिलानी पाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर चुका है.
9. मीरवाइज उमर फारूक (चेयरमैन, तहरीक ए हुर्रियत) – बहन राबिया फारूक अमेरिका में डॉक्टर है.
10. बिलाल लोन (पीपल्स कॉन्फ्रेंस) – बेटी और दामाद लंदन में बस चुके हैं. छोटी बेटी ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रही है.
11. मोहम्मद यूसुफ मीर (मुस्लिम लीग) – बेटी पाकिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है.
12. फारूक गतपुरी (मुस्लिम लीग) – बेटी पाकिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है.
13. ख्वाजा फिरदौस वानी (डीपीएम) – इनका बेटा पाकिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है.
14. निसार हुसैन रादर (वाहिदत ए इस्लामी) – बेटी और बेटा दोनों ईरान में हैं, बेटी ईरान में जॉब कर रही है.
ये भी पढ़ें: क्या है जम्मू-कश्मीर में शांति का 'शाह-फार्मूला' !
इस लिस्ट में उन नेताओं के नाम हैं जो कश्मीर को भारत से अलग करना चाहते हैं. इसके लिए हिंसा के रास्ते को भी गलत नहीं समझते हैं. युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काते हैं. इनमें से कुछ हिरासत में हैं या नजरबंद हैं. कुछ ही दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा कि सरकार ने अलगाववादियों की सुरक्षा वापस ले ली है.

More videos

See All