उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भिखारियों के पुनर्वास के लिए नए सिरे से प्रयास करने जा रही है. इस संबंध में जल्द ही सरकार लखनऊ में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ नगर निगम (LMC) को निर्देश दिए हैं कि वो राजधानी में भिखारियों की पहचान करे और उन्हें आश्रयगृहों (शेल्टर होम) में ले जाएं. यहां आए भिखारियों का नए सिरे से पुनर्वास किया जाए.
लखनऊ के नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने न्यूज़18 से बातचीत में बताया कि बुधवार से लखनऊ के 8 जोन में सर्वे का काम शुरू होगा. नगर आयुक्त ने बताया कि सर्वे रिपोर्ट आने के बाद भिखारियों
को चिन्हित कर के उनको डोर टू डोर कलेक्शन से लेकर कचरा एकत्र करना, नालियों और सड़कों की सफाई आदि कार्यो में लगाया जाएगा. त्रिपाठी बताते हैं कि दैनिक स्वच्छता कार्यो में लगाए गए बाकी लोगों को 250 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी दी जाएगी. यह वो राशि है, जो संविदाकर्मियों
को दी जाती है.