सोनिया बोलीं- खतरे में देश के PSU, पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने की कोशिश

लोकसभा में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने रेलवे की 6 इकाइयों के कंपनीकरण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पहले चरण में रायबरेली की कोच फैक्ट्री का कंपनीकरण किया जा रहा है जो कि निजीकरण की शुरुआत है. उन्होंने कहा कि यह देश की अमूल्य संपत्ति को कौड़ियों के दाम चंद निजी हाथों के हवाले करने की पहली प्रक्रिया है और इससे हजारों लोग बेरोजगार होंगे.

सरकार ने इस प्रयोग के लिए रायबरेसी की मॉर्डन कोच फैक्ट्री को चुना है, इस मनमोहन सरकार ने देश के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया था. इसमें बुनियादी क्षमता से ज्यादा उत्पादन हो रहा है और ये रेलवे का सबसे आधुनिक रेलवे कारखाना है. यह सबसे अच्छी इकाइयों में जानी जाती है. सोनिया गांधी ने कहा कि इसमें 2 हजार मजदूरों और कर्मचारियों की मेहनत लगी है लेकिन अब उन परिवारों को भविष्य खतरे में है. सरकार क्यों ऐसी इकाई का कंपनीकरण करना चाहती है.

'Beta Kisi Ka Bhi Ho...': At BJP Meet, PM Modi Cracks Whip on Akash Vijayvargiya for Thrashing Official

सरकार ने रेल बंजट अलग से पेश करने की पुरानी परंपरा को क्यों खत्म कर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके लिए किसी को विश्वास में नहीं लिया है और सरकार को याद दिलाना चाहती हूं कि सार्वजनिक क्षेत्रों का बुनियाद मकसद लोक कल्याण है. पंडित नेहरू ने सार्वजनिक उद्योगों को आधुनिक भारत का मंदिर कहा था और आज इस तरह के मंदिर खतरे में है. आज कुछ खास पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसे उद्योगों को संकट में डाल दिया गया है. एचएएल, एमटीएनएल के साथ क्य़ा हो रहा है यह किसी से छुपा नहीं है. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की सभी कंपनियों की रक्षा की जाए. 

More videos

See All