थर्मल पावर प्लान्ट छबड़ा में दो इकाइयों का लोकार्पण

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बारां जिले के थर्मल पावर प्लान्ट छबड़ा में इकाई 5 और 6 के प्रारम्भ होने विद्युत ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश में आत्मनिर्भरता आएगी और आमजन को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि विद्युत विकास की धुरी है और हमें प्रदेश को विद्युत ऊर्जा के क्षेत्र में सरप्लस स्थिति में लाना है, ताकि इसका लाभ किसान, उद्योग एवं गांव, ढाणी के जन-जन को मिले। गहलोत रविवार को बारां जिले के उपखंड छबड़ा में स्थित थर्मल पावर प्लान्ट की दो इकाइयों 5 और 6 के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जापान की आधुनिक सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित छबड़ा थर्मल पावर प्लान्ट में दो नई इकाइयों के प्रारंभ होने से इस प्लान्ट की विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़कर 2320 मेगावाट हो गई है। इससे प्रदेश के 78 लाख नये उपभोक्ताओं को लाभान्वित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि आजादी के समय प्रदेश में 13 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था, जो बढ़कर करीब 22 हजार मेगावाट हो गया है। इसमें राज्य विद्युत उत्पादन निगम का हिस्सा 7277.35 मेगावाट है। उन्होंने कहा कि आज ही 1320 मेगावाट विद्युत उत्पादन प्रदेश की जनता को समर्पित किया गया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि प्रदेश में सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं मौजूद है और प्रदेश सरकार इन संसाधनों का समुचित उपयोग कर वर्ष 2021-22 तक प्रदेश को विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में सरप्लस स्थिति में लाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी क्षेत्र में विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए विद्युत विभाग के अधिकारियों को योजना बनाने के निर्देश दिए है। विद्युत वितरण व्यवस्था को सुदृढ करने तथा इसे पारदर्शी बनाया जाएगा, जिससे नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण विद्युत की आपूर्ति हो सके। समारोह की अध्यक्षता करते हुए ऊर्जा मंत्री डाॅ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि उद्योग लगाने के लिए भूमि, पूंजी, साहस के साथ-साथ विद्युत की भी आवश्यकता रहती है। राज्य सरकार ने अपने 6 माह के अल्पकाल में विद्युत उत्पादन में 1793 मेगावाट की अभिवृद्धि की है और हम इस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढे़ हैं।

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