इसलिए टूटा माया-अखिलेश का गठबन्धन !

बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अखिल भारतीय बीएसपी बैठक को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव में उनके साथ चुनाव लड़ने वाले समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा.
लोकसभा चुनाव में हुए गठबंधन के खत्म होने के बाद पहली बार बैठक में मायावती ने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर खुलकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि गठबंधन तोड़ने के बाद आखिलेश यादव ने मुझसे बात ही नहीं की बल्कि सतीश चंद्र मिश्र से संपर्क किया.
लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद मायावती ने इस हार के पीछे समाजवादी पार्टी के शासन में दलितों पर हुए अत्याचार को मुख्य वजह बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि अखिलेश ने ज्यादा मुसलमानों को टिकट देने से मना कर दिया था. मायावती के मुताबिक समाजवादी पार्टी प्रमुख ने उनसे कहा था कि इससे ध्रुवीकरण होगा.
अपने खिलाफ मामलों के लिए भी मायावती ने ठहराया मुलायम को जिम्मेदार
पार्टी के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं ने ही कई जगह पर बहुजन समाज पार्टी को हराने का काम किया. वहीं मायावती ने अपने ऊपर किए गए केसों के लिए भी मुलायम सिंह यादव समेत समाजवादी पार्टी शासन को जिम्मेदार ठहराया. मायावती ने मीटिंग में बोला ताज कॉरिडोर वाले केस में मुझे फंसाने में बीजेपी के साथ मुलायम का भी रोल था.
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीएसपी के हिस्से 10 सीटें ही आई थीं. पार्टी के कई दिग्गज इन चुनावों में जीत हासिल नहीं कर सके थे. इसपर बीएसपी सुप्रीमो ने कहा, ‘मुझे जानकारी मिली कि बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष को समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता ने हरवाया है.’ मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव ने हार के बाद उन्हें फोन तक नहीं किया, लेकिन काउंटिग के दिन 23 तारीख को उंन्होने फोन कर उनके परिवार के हारने पर दुःख जताया था.

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