हर दिन 12 बच्चियों से रेप, रेत माफियाओं का आतंक, और भी कई मुद्दों के साथ गहलोत सरकार पर बरसीं वसुंधरा राजे
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाते हुए जनता से जुड़े कई मुद्दें उठाए हैं. विधानसभा परिसर में आयोजित बीजेपी विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेकर राजे ने आगामी सत्र की तैयारियों के संबंध में चर्चा की और आगे की रणनीति पर विचार रखे.
इसके बाद राजे ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए राज्य सरकार के कामकाज पर सवाल भी उठाए, राजे ने लिखा- प्रदेश में नई सरकार के 6 माह बीत जाने के बाद भी एमएलए कोटे से होने वाले काम रुके हुए हैं. विधायकों की अनुशंसा के बावजूद वित्तीय स्वीकृतियां जारी नहीं की जा रही हैं. हालात इतने खराब है कि जनता के आक्रोश के चलते मंत्री अपने जिलों में भी नहीं जा पा रहे हैं.
विभिन्न समस्याओं पर फोकस करते हुए राजे का कहना है कि- बजरी माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाने वालों को ट्रक से कुचलकर मारा जा रहा है. पानी व बिजली की समस्या विकराल रूप ले चुकी है और प्रतिदिन करीब 12 बच्चियां दुष्कर्म की शिकार हो रही हैं, वहीं दो खेमों में बंटी राज्य सरकार की कार्यप्रणाली से सत्ता पक्ष के विधायकों में भी रोष है.
कर्जमाफी और बेरोजगारी के मुद्दे पर सवालिया निशान लगाते हुए राजे ने कहा कि- किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी के वादे पर ये सरकार खरी नहीं उतर पाई है और न ही युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दे पाई है. इतना ही नहीं, केन्द्र सरकार द्वारा संचालित किसान सम्मान निधि तथा सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण के लाभ से भी प्रदेश की जनता को वंचित रहना पड़ रहा है.
एक अन्य ट्वीट में राजे ने कहा कि- ना तो कर्मचारियों को वेतन मिल रहा है और ना ही बुजुर्गों को पेंशन का लाभ. बेटियों को सीधा फायदा पहुंचाने वाली राजश्री योजना बंद कर दी गई है तथा ग्रामीण व शहरी गौरव पथ सहित प्रदेश में संचालित सभी तरह के सड़क निर्माण के कामों पर भी विराम लगा हुआ है.
अपने समय की योजना की कामयाबी का जिक्र करते हुए राजे ने लिखा कि- जिस भामाशाह योजना को कांग्रेस सरकार बंद करना चाहती थी, अब सीएम गहलोत स्वयं उसी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की नीति आयोग की बैठक में प्रधानमंत्री के सामने तारीफ कर रहे हैं. मतलब, भाजपा सरकार की योजनाओं की सफलता को लेकर राज्य सरकार खुद उलझन में है.
राजे का कहना है कि- प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने किसी भी वादे पर खरी नहीं उतर पाई है, इसलिए भारतीय जनता पार्टी के विधायक अब सदन में जनता की आवाज बनकर प्रदेश में फैली अराजकता के खिलाफ आवाज उठाएंगे. हम सभी एक हैं तथा हर कदम पर प्रदेश की जनता के साथ खड़े हैं.
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रदेश की वर्तमान सियासत पर नजर रखे हैं और इसीलिए नए सियासी तेवर के साथ फिर से प्रदेश के राजनीतिक मोर्चे पर हैं.