केंद्रीय मंत्री निशंक बोले, देश के लिए होगा प्रवासी भारतीयों की मेधा का उपयोग

 केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि देश के आइआइटी, आइआइआइटी और आइआइएम से पास आउट होने वाले कई भारतीय इस समय विश्व की बड़ी कंपनियों में ऊंचे पदों पर आसीन हैं। इन प्रवासी भारतीयों को बुलाकर उनसे विचार-विमर्श किया जाएगा और उनकी मेधा का प्रयोग देश के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश के विकास के लिए भी हर संभव कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि जो चुनौती उन्हें मिली है, उसे वह अवसर के रूप में बदल कर दिखाएंगे। इस दौरान उन्होंने नई शिक्षा नीति के लिए सभी बुद्धिजीवियों से सुझाव भी आमंत्रित किए।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शनिवार को भाजपा मुख्यालय पहुंचे। जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उन्हें यह अहम जिम्मेदारी मिलेगी। सोचा था कि पर्यटन राज्य है। संस्कृति मंत्री भी रहा था। अब यह जिम्मेदारी मिली है तो आपका माथा नीचे नहीं झुकने दूंगा। शिक्षा समाज के विकास की अहम सीढ़ी है। समाज को खड़ा करने का काम शिक्षा का है। यहां के प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ रहे युवाओं में देश को दुनिया के शीर्ष पर पहुंचाने की ताकत है। उन्होंने कहा कि वह गांव से निकले हैं इसलिए गांव के बारे में सोचेंगे। यह समझना होगा कि केंद्रीय विद्यालय, आइआइटी और आइआइएम खोलने की एक सीमा है। 

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