वर्षा ऋतु का आगमन होने वाला है। हम भाग्यशाली हैं कि ईश्वर ने देश को पर्याप्त वर्षा जल प्रदान किया है। ईश्वर की इस भेंट का आदर करना हमारा कर्तव्य है। इसलिए बारिश का मौसम प्रारंभ होते ही हमें ऐसे इंतजाम करने हैं कि बारिश की पानी का हम ज्यादा से ज्यादा संचयन कर सकें।
यह मजमून है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से देश से सभी सरपंचों और ग्राम प्रधानों को लिखी निजी चिट्ठी का। शनिवार को जिला अधिकारियों ने पीएम की इस चिट्ठी को सभी सरपंचों को अपने हाथ से पहुंचाया। पीएम ने चिट्ठी में इस सरपंचों से कहा है कि वह अपने अपने गांवों में ग्राम सभा बुलाएं और चिट्ठी पढ़ कर सुनाएं। ताकि आने वाले मौसम में सभी गांव वाले मिलकर बारिश का पानी के संचयन करें और उसका पूरा लाभ उठाएं।
ये भी पढ़े राम मंदिर पर फिर गरमाई सियासत, आज अपने 18 सांसदों के साथ रामलला के दर्शन करेंगे उद्धवचिट्ठी कि शुरुआत में पीएम ने सरपंच और उनकी पंचायत के सभी भाई-बहनों की कुशलता की कामना करते हुए लिखा है कि नए भारत का निर्माण आप सबके सक्रिय सहयोग और सहभाग से ही संभव है। पीएम ने लिखा कि आईए, खेतों की मेड़ बंदी, नदियों और धाराओं में चेक डैम का निर्माण व तटबंदी, तालाबों की खुदाई एवं सफाई, वृक्षारोपण, वर्षा जल के संचयन हेतु टांका, जलाशय आदि का बड़ी संख्या में निर्माण करें ताकि गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में संचयित किया जा सके।