अमेरिका ने GSP दर्जा छीना था, बदले में भारत ने 29 प्रोडक्‍ट्स पर लगाई कस्‍टम ड्यूटी

भारत ने अमेरिका के 29 उत्‍पादों के आयात पर जवाबी टैरिफ लगाने का फैसला किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 5 जून को जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंसेज (GSP) के तहत भारत के लिए 5.6 अरब डॉलर की व्यापार रियायत खत्‍म कर दी थी. नई दिल्‍ली के फैसले को इसी के जवाब के रूप में देखा जा रहा है.
सरकारी नोटिफिकेशन के अनुसार, यह टैरिफ 16 जून से लागू होंगे. भारत ने इन टैरिफ्स की घोषणा 20 जून 2018 को की थी. 1.4 बिलियन डॉलर के अमेरिकी उत्‍पादों पर 235 मिलियन डॉलर के जवाबी टैरिफ्स लगाने का फैसला भारत तब से टालता आया है. भारत अमेरिका से मुख्‍यत: 645 मिलियन डॉलर मूल्‍य के बादाम और 165 मिलियन डॉलर के ताजा सेबों का आयात करता है.
बढ़ा है देश का व्‍यापार घाटा
वाणिज्‍य मंत्रालय के कदम को विदेश मंत्रालय ने भी हरी झंडी दे दी है. एक दिन पहले ही, ट्रंप प्रशासन ने भारत के रूसी मिसाइल S-400 डिफेंस सिस्‍टम की खरीद पर सवाल उठाए थे. पिछले सप्‍ताह, वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि अमेरिका के GSP रियायत खत्‍म करने के फैसले को भारत मानता है. मंत्रालय ने कहा था, “अमेरिका और अन्य देशों की तरह भारत हमेशा इन मामलों में अपने राष्ट्रीय हित को बनाए रखेगा.”
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GSP से भारत को मिलने वाला लाभ महज 20 करोड़ डॉलर ही है. हालांकि यह कदम ऐसे समय उठाया गय, जब भारतीय अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है. विकास दर में कमी है, खपत घटी हुई है और प्रमुख उद्योगों के उत्पादन में गिरावट दर्ज की जा रही है.
हालिया आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल के दौरान देश का व्यापार घाटा 15.33 अरब डॉलर रहा, जोकि एक साल पहले के इसी महीने में 13.72 अरब डॉलर था. भारत और अमेरिका के बीच 2017 में 126.2 अरब डॉलर का व्यापार हुआ, जिसमें अमेरिका का व्यापार घाटा 27.3 अरब डॉलर था.

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