भाजपा को नए अध्यक्ष के लिए नए साल का इंतजार करना होगा। तीन राज्यों हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव तक अमित शाह ही संगठन की कमान संभाले रहेंगे। जरूरत पड़ने पर शाह की मदद के लिए पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष बना सकती है। तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण होने के कारण पार्टी किसी तरह का कोई खतरा नहीं उठाना चाहती।
ये भी पढ़े SCO Summit: एक छत के नीचे आए PM मोदी और इमरान, न नजरें मिलीं न हाथशाह के गृह मंत्री बनने के बाद नए अध्यक्ष के लिए माथापच्ची शुरू हुई थी। तब यह तय हुआ था, चूंकि नए अध्यक्ष का चुनाव 50 फीसदी राज्यों में संगठन के चुनाव संपन्न होने के बाद ही संभव है, ऐसे में पार्टी के लिए एक कार्यकारी अध्यक्ष तय कर दिया जाए। बाद में तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के कारण शाह को पद पर बनाए रखने का फैसला किया गया।