लोकसभा के बाद विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी सरकार, सीनियर और डिप्टी मेयर का चुनाव भूली

लोकसभा चुनाव के बाद अब सभी सियासी दल विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं, लेकिन सरकार ने पांच जिलाें में करीब 6 महीने का वक्त बीतने पर भी सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं कराया है। चुनाव के बाद 30 दिन में मीटिंग बुलाकर इनका चुनाव कराने का नियम है। बावजूद इसके दावेदारों का इंतजार का समय बढ़ता जा रहा है। भाजपा ने पांच नगर निगम रोहतक, हिसार, पानीपत, करनाल और यमुनानगर का चुनाव सिंबल पर लड़ा था और पांचों में मेयर पद पर कमल खिलाया था, लेकिन इस तरह की सफलता उसे सभी नगर निगमों में सिंबल पर उतारे पार्षदों के पद के लिए नहीं मिली।
हालांकि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर बनाने के लिए उसके पास करनाल, यमुनानगर अौर पानीपत में बहुमत के आसपास का आंकड़ा है, लेकिन हिसार और रोहतक पार्षद के पद के उम्मीदवार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। हिसार में 20 में 7 अौर रोहतक में 22 में 8 भाजपाई ही पार्षद बन सके थे। पहले लोकसभा चुनाव नजदीक होने से भाजपा ने इन पदों के चयन में रुचि नहीं दिखाई, क्योंकि खुद को दावेदार मानने वाले पार्षद चयन न होने पर नाराज हो सकते थे। हालांकि अभी जल्द ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। देखना यह होगा कि भाजपा इन पदों पर चुनाव कराती है या पार्षदों की नाराजगी से बचने के लिए और टाला जाएगा।

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