मालदीव के सदन से पीएम मोदी की आंतवादियों को चेतावनी, पढ़िए भाषण की बड़ी बातें

प्रधानमंत्री मोदी अपने नए कार्यकाल की पहली विदेश यात्रा पर मालदीव के दौरे पर गए हैं. पीएम मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के साथ शनिवार को संयुक्त रूप से यहां समग्र प्रशिक्षण केंद्र और तटीय निगरानी रडार प्रणाली का उद्घाटन किया.
दोनों पक्षों ने भारतीय नौसेना और मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स के बीच श्वेत शिपिंग जानकारी साझा करने पर एक तकनीकी समझौते के अलावा पांच अन्य समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए. दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए.
पीएम मोदी के भाषण की खास बातें

1- हम सामुद्रिक पड़ोसी हैं. हम मित्र हैं. और दोस्तों में कोई छोटा और बड़ा, कमज़ोर और ताकतवर नहीं होता. शांत और समृद्ध पड़ौस की नींव भरोसे, सद्भावना और सहयोग पर टिकी होती है.
2- भारत अपनी शक्ति और क्षमताओं का उपयोग केवल अपनी समृद्धि और सुरक्षा के लिए ही नहीं करेगा. बल्कि इस क्षेत्र के अन्य देशों की क्षमता के विकास में, आपदाओं में उनकी सहायता के लिए, तथा सभी देशों की साझा सुरक्षा, संपन्नता और उज्ज्वल भविष्य के लिए करेगा.
3- अब भारत के सहयोग से माले की सड़कें ढाई हज़ार एलईडी स्ट्रीट लाइट के दूधिया प्रकाश में नहा रही हैं और 2 लाख एलईडी बल्ब मालदीव वासियों के घरों और दुकानों को जगमगाने के लिए आ चुके हैं.
4- यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि लोग अभी भी गुड टेररिस्ट और बैड टेररिस्ट का भेद करने की गलती कर रहे हैं. पानी अब सिर से ऊपर निकल रहा है. आतंकवाद और कट्टरता से निपटना विश्व के नेतृत्व की सबसे खरी कसौटी है.
5- आतंकवाद हमारे समय की बड़ी चुनौती है. आतंकवादियों के न तो अपने बैंक होते हैं और ना ही हथियारों की फैक्ट्री फिर भी उन्हें धन और हथियारों की कभी कमी नहीं होती. आतंकवाद की स्टेट स्पॉन्सरसिप सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है.
6- मैं उन सभी उपायों को विशेष महत्व देता हूँ जिनसे पीपुल टू पीपुल एक्सचेंज को बढ़ावा मिले. अत: मुझे विशेष खुशी है कि हमने आज दोनों देशों के बीच फैरी सर्विस पर समझौता किया है.
7- मालदीव में स्वतंत्रता, लोकतंत्र, खुशहाली और शांति के संबंध में भारत मालदीव के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा है.
8- भारत और मालदीव के संबंध इतिहास से भी पुराने हैं. सागर की लहरें हम दोनों देशों के तटों को पखार रही हैं. ये लहरें हमारे लोगों के बीच मित्रता का संदेश-वाहक रही हैं. हमारी संस्कृति इन तरंगों की शक्ति लेकर फली-फूली हैं.
9- यह सदन, ईंट-पत्थर से बनी सिर्फ एक इमारत नहीं है. यह लोकतंत्र की वो ऊर्जा भूमि है जहां देश की धड़कने आपके विचारों और आवाज़ में गूंजती है.
10- आज आपके बीच मैं ज़ोर देकर कहना चाहता हूँ कि मालदीव में लोकतंत्र की मजबूती के लिए भारत और हर भारतीय आपके साथ था, है और रहेगा.
11- यहां अलग-अलग विचारधारा और दलों के सदस्य देश में लोकतंत्र, विकास और शांति के लिए सामूहिक संकल्प को सिद्धि में बदलते हैं. ठीक उसी तरह, जैसे कुछ महीने पहले मालदीव के लोगों ने एकजुट हो कर दुनिया के सामने लोकतंत्र की एक मिसाल कायम की.
12- आज मालदीव की इस मजलिस में, आप सबके बीच उपस्थित होकर मुझे बहुत हर्ष हो रहा है. मजलिस ने मुझे निमंत्रण देने का निर्णय, सम्माननीय नशीद जी के स्पीकर बनने के बाद अपनी पहली ही बैठक में लिया. आपके इस जेस्चर ने हर भारतीय के दिल को छू लिया है और उनका सम्मान और गौरव बढ़ाया है.
13- मालदीव यानी हज़ार से अधिक द्वीपों की माला, मालदीव हिन्द महासागर का ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का एक नायब नगीना है. इसकी असीम सुन्दरता और प्राकृतिक सम्पदा हजारों साल से आकर्षण का केंद्र रही है.

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