केसीआर के 'मिशन कांग्रेस' को भांप नहीं पाई पार्टी, औवैसी की पार्टी को बड़ा फायदा

लोकसभा चुनाव में 17 में से तीन सीटें जीतकर तेलंगाना में वापसी की कोशिशों में लगी कांग्रेस पार्टी को गुरुवार को तगड़ा झटका लगा। राज्य में पार्टी के 12 विधायकों ने तेलंगाना राष्ट्र समिति का दामन थाम लिया। इन बागी विधायकों के अनुरोध पर तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष पी. श्रीनिवास ने उनके टीआरएस में विलय को अनुमति दे दी।

दरअसल, टीआरएस ने कांग्रेस को तोड़ने की रणनीति पर विधानसभा चुनाव के बाद से ही काम करना शुरू कर दिया था लेकिन कांग्रेस पार्टी इसे भांप नहीं पाई। नई परिस्थिति में संख्‍या बल के लिहाज से ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.

औवेसी की पार्टी दूसरे नंबर पर पहुंची 

कांग्रेस के 12 विधायकों के पाला बदलने के बाद अब असदुद्दीन की पार्टी एमआईएमआईएम सात विधायकों के साथ विधानसभा में दूसरे नंबर पर पहुंच गई है। कांग्रेस के अब मात्र छह विधायक ही बचे हैं। माना जा रहा है कि आधिकारिक नोटिफिकेशन के बाद टीआरएस विधानसभा अध्‍यक्ष से अनुरोध करेगी कि कांग्रेस पार्टी के विधायक मल्‍लू भट्टी विक्रमार्का को नेता विरोधी दल के पद से हटाया जाए। 1958 के बाद ऐसा पहली बार है जब विधानसभा में एमआईएमआईएम दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। 

More videos

See All