विहिप का अल्टीमेटम- अब और इंतजार नहीं, 18 महीने में शुरू होगा मंदिर निर्माण का काम

देश में लोकसभा चुनाव और फिर नतीजों में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद एक बार फिर से अयोध्या में राम मंदिर की मांग तेज हो गई है. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए महीने के आखिर में अपने शीर्ष नेताओं की बैठक बुलाई है. विहिप का दावा है कि इस परियोजना पर 18 महीने में काम शुरू हो जाएगा. राम मंदिर के आंदोलन में विहिप सबसे सक्रिय संगठन रहा है.
विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने साफ किया कि उनका संगठन राम मंदिर निर्माण पर अनिश्चितकाल तक के लिए इंतजार करने को तैयार नहीं है और संगठन ने एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले महीने के भीतर ही नरेंद्र मोदी सरकार को उनके वादे के बारे में याद दिलाने का फैसला किया है. उन्होंने आईएएनएस को बताया, "एक बात साफ है, विहिप दो मुद्दों पर समझौता नहीं करेगी - पहला, भगवान राम के जन्मस्थान पर सिर्फ मंदिर बनेगा और दूसरा, अयोध्या की सांस्कृतिक सीमाओं के भीतर कोई मस्जिद नहीं हो सकती."
विहिप के अध्यक्ष ने कहा कि संगठन की मार्गदर्शक समिति इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए 19-20 जून को हरिद्वार में बैठक करेगी और एक प्रस्ताव पारित करेगी जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा जाएगा. विहिप नेता ने कहा, "हम एक प्रस्ताव पारित करेंगे और इसे प्रधानमंत्री को देंगे, हम उन्हें याद दिलाएंगे कि आपके घोषणा पत्र में राम मंदिर निर्माण का वादा किया गया है."
अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण बीजेपी के एजेंडे में शीर्ष मुद्दों में से एक रहा है और लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के सभी घोषणापत्रों में इसका जिक्र किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी सुनिश्चित किया कि सरकार न्यायिक प्रक्रिया के नतीजों का इंतजार करेगी और कानून के दायरे से बाहर जाकर फिलहाल कोई कदम नहीं उठाया जाएगा.

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