लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद मायावती ने किया संगठन में भारी फेरबदल

 लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन को मिली हार के बाद मायावती ने संगठन में फेरबदल किया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद समीक्षा बैठक करते हुए काफी आक्रामक तेवर दिखाए. गठबंधन पर अपनी नाराजगी जताते हुए मायावती ने कहा कि बहुत सी सीटों पर यादवों ने हमारे प्रत्याशियों को वोट नहीं दिए. उन्होंने कहा यादव वोटर नहीं थे, वहां हमारा प्रत्याशी दलित और मुस्लिम समीकरण से चुनाव जीता इसका उदाहरण है मुरादाबाद मंडल.
कोऑर्डिनेटरओं के कार्यक्षेत्र भी बदले गए
बैठक में कई कोऑर्डिनेटरओं के कार्यक्षेत्र भी बदले गए कई का प्रमोशन किया गया और कई कार्यकर्ताओं को फटकार लगाई. मायावती ने पूर्व राज्यसभा सांसद बाबू मुनकाद अली की तारीफ करते हुए उनको पांच मंडलों की जिम्मेदारी सौंपी मुनकाद अली के जिम्मे लखनऊ बरेली कानपुर चित्रकूट और झांसी मंडल की जिम्मेदारी दी. वहीं नगीना से सांसद चुने गए गिरीश चंद्र को भी मायावती ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. कोऑर्डिनेटर घनश्याम खरवार के साथ पूर्व एमएलसी नौशाद अली को इलाहाबाद बनारस मिर्जापुर और आजमगढ़ के मंडलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
लखनऊ में बैठक 
लखनऊ में बीएसपी की एक बैठक में मायावती ने इस आशय के संकेत दिए. मायावती ने कहा कि यादव वोट बसपा को नहीं मिला. यहां तक कि गठबंधन को भी पूरा नहीं मिला. उन्होंने साफ़ किया कि यदि वोट मिला होता तो समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अपने घर की सीटें ना हारते. इस बैठक में उन्होंने यह भी ऐलान कि बसपा ग्यारह सीटों पर अकेले ही उपचुनाव में उतरेगी.

More videos

See All