17वीं लोकसभा में 233 सांसदों के खिलाफ दर्ज हैं आपराधिक मामले
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक 17वीं लोकसभा में चुने गए सांसदों में से लगभग आधों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. पिछली लोकसभा में यह आंकड़ा 26 फीसदी का था जो कि इसबार बढ़कर 43 फीसदी हो गया है. दरअसल एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिपोर्ट (एडीआर) ने चुनाव जीतने वाले 539 सांसदों की पड़ताल की थी. जिसमें पता चला कि नई लोकसभा में 233 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी की ओर से चुनाव जीतकर आने वाले 116 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. ये बीजेपी की ओर से जीतने वाले 303 सांसदों का 39 फीसदी है. वहीं कांग्रेस पार्टी के 57 फीसदी यानी 29 जीते हुए प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. जेडीयू के 13, डीएमके के 10 और टीएमसी के 9 जीते हुए सांसदों पर आपराधिक मामले लंबित हैं.
साल 2014 के लोकसभा चुनावों में कुल 543 सांसदों में से 184 यानी 34 फीसदी सांसदों पर आपराधिक आरोप लगे थे. वहीं साल 2009 में 30 प्रतिशत सांसद यानी 162 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे. साल 2009 में जिन सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे उनमें से 14 फीसदी गंभीर आपराधिक आरोप थे. 10 सालों में, यानी 2019 में ये आंकड़ा 109 फीसदी तक बढ़ गए.