प्रदेश में इस बार 38.01 लाख लोगों ने मतदान किया। इनमें से 33,008 मतदाताओं ने चुनाव में खड़े किसी भी प्रत्याशी को पसंद नहीं किया और नोटा का बटन दबाया। हैरत की बात यह है कि प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस को मिले वोट के बाद नोटा तीसरे स्थान पर रहा। प्रदेश में हर विधानसभा सीट पर 06 से 17 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों को छोड़ बाकी सभी प्रत्याशियों से ज्यादा मत नोटा को मिले। नोटा का बटन दबाकर लोगों ने साफ संकेत दे दिया है कि नेताओं का मतदाताओं के प्रति रुख अच्छा नहीं रहा तो कभी भी नोटा तीसरे से पहले नंबर पर आ सकता है। यह सभी नेताओं के लिए मतदाताओं की चेतावनी भी समझी जा सकती है।
Result with molitics
https://www.molitics.in/election/resultप्रदेश में चारों संसदीय सीटों में सबसे अधिक नोटा का बटन कांगडा जिले में दबाया गया। इस सीट पर 11 प्रत्याशी मैदान में थे। यहां नोटा को निर्दलीय सहित अन्य दलों से ज्यादा मत मिले। दूसरे स्थान पर शिमला रहा, जहां छह प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे थे। तीसरे स्थान पर हमीरपुर रहा, जहां पर 11 प्रत्याशी थी। मंडी संसदीय क्षेत्र में कुल 17 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। यहां भी नोटा तीसरे स्थान पर रहा है।