लोकसभा चुनाव 2019 में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को करारी हार हाथ लगी है. साल 2014 के बाद अब एक बार फिर से कांग्रेस का चारों लोकसभा सीटों पर सूपड़ा साफ हो गया है. अब हिमाचल कांग्रेस में दोबारा मतभेद सामने आए हैं. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अजय बहादुर के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अब कांग्रेस के एक विधायक ने दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला है
ऊना सदर विधायक सतपाल रायजादा ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को हार का कारण बताया और कहा कि उनकी जिद्द की वजह से कांग्रेस इतनी बुरी तरह से हारी है. उन्होंने वीरभद्र पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सक्खू को हटाकर संगठन की जड़े काटने का आरोप लगाया है.
रायजादा ने वीरभद्र द्वारा सुक्खू की बार-बार खुले मंच पर आलोचना को गलत बताया. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं की मेहनत का हवाला देते उन्हें चाणक्य की उपाधि तक दे डाली. ऊना सदर विधायक ने केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि को ‘रिश्वत’ कहा है.
विधायक सतपाल रायज़ादा ने कहा कि किसान सम्मान निधि के तहत वार्षिक 6000 रुपये अगले पांच साल तक मिलते रहेंगे, इस पर शक है. गौरलतब है कि वीरभद्र सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू में काफी मतभेद हैं.
https://www.molitics.in/election/result