रूझानों के साथ तेज होने लगी धड़कनें
17वीं लोकसभा के गठन के लिए देश के विभिन्न हिस्सों के साथ जम्मू-कश्मीर में छह संसदीय सीटों पर हुए मतदान के नतीजे कुछ ही देर में आ जाएंगे। इन छह सीटों पर भाग्य आजमा रहे 74 उम्मीदवारों में सभी की नजरें डॉ. फारुक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह पर टिकी हैं। ये तीनों दिग्गज अपनी सीट बचा पाएंगे या नहीं, यह सवाल सभी के लिए जिज्ञासा का विषय है। रियासत की सियासत में अपनी दमदार उपस्थिति जताने का प्रयास कर रहे पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन और जम्मू में डोगरों की अस्मिता के संरक्षण का दावा करने वाले चौ. लाल सिंह के सियासी भविष्य की दिशा भी इन्हीं चुनाव परिणामों से तय होगी।
गौरतलब है कि राज्य के छह संसदीय सीटों पर लगभग 78 लाख के करीब मतदाता हैं, जिनमें से 44.51 प्रतिशत लगभग 34.5 लाख ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। सबसे ज्यादा मतदान जम्मू पुंछ संसदीय सीट पर 72.16 प्रतिशत और सबसे कम अनंतनाग-पुलवामा संसदीय सीट पर मात्र 8.76 प्रतिशत हुआ है।