खंडवा को आज मिलेगा नया सांसद, दो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष है आमने-सामने
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए गुरुवार सुबह मतों की गणना शुरू हुई। इस बार भी यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है। यहां भाजपा ने सांसद नंदकुमार सिंह चौहान पर भरोसा जताया है तो कांग्रेस ने अरुण यादव को मैदान में उतारा हैै। ये दोनों की प्रत्याशी अपनी-अपनी पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। 2004 में यहां से भाजपा जीती, 2009 में कांग्रेस और 2014 में फिर इस सीट पर भाजपा का कब्जा हो गया। अर्थात 2004 से हर बार यहां का मतदाता अपना उम्मीदवार बदल लेता है। इसी सीट के लिए इस बार बंपर वोटिंग हुई है, यहां 76.80% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। 2014 के चुनाव में इस सीट पर 71.46 फीसदी मतदान हुआ था।
खंडवा लोकसभा में खंडवा जिले की तीन, खरगोन की 2, बुरहानपुर जिलों की 2 और देवास जिले की एक विधानसभा सीट आती है। जिनमें बागली(एसटी), पंधाना (एसटी), भीकनगांव (एसटी), मंधाता, नेपानगर (एसटी), बड़वाह, खंडवा (एससी) और बुरहानपुर शामिल है। यहां की 8 विधानसभा सीटों में से 3 पर बीजेपी, 4 पर कांग्रेस और 1 सीट पर निर्दलीय का कब्जा है।