मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बोले, जरूर बनेगा लालढांग-चिलरखाल मार्ग

 गढ़वाल-कुमाऊं को राज्य के भीतर ही सीधे आपस में जोड़ने वाली कंडी रोड के लालढांग-चिलरखाल हिस्से का निर्माण कार्य रोकने का मामला तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ये मार्ग जरूर बनेगा। यह हमारा ड्रीम प्रोजेक्ट है। मार्ग के निर्माण को लेकर कुछ बाधाएं हैं, जिनका जल्द समाधान होगा। इस बारे में केंद्र सरकार और एनजीटी को पत्र भेजा गया है। उधर, काम रोके जाने से खफा वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने सोमवार को सड़क का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि अगले दो दिन वह अपनी मौजूदगी में इस सड़क के तीन स्पॉन पुलों पर स्लैब डलवाने का कार्य करवाएंगे।
शासन द्वारा लालढांग-चिलरखाल मार्ग का निर्माण कार्य रोकने के आदेश दिए गए थे। इसे लेकर वन मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। उनका कहना है कि इस सड़क के बारे में राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने आख्या मांगी थी। काम रोकने के आदेश नहीं दिए थे। ऐसे में लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ के कहने पर अपर मुख्य सचिव काम रोकने का आदेश कैसे कर सकते हैं। डॉ.रावत यह भी साफ कर चुके हैं कि उनका मंत्रालय अपर मुख्य सचिव के इस आदेश को नहीं मानता। सड़क का काम हर हाल में होगा। इसके लिए श्रमदान व जनता का सहयोग लिया जाएगा।
 

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