कर्नाटक में कुछ कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ने की अटकलें तेज

कर्नाटक में कुछ कांग्रेसी विधायकों के पार्टी छोड़ने की अटकलें बुधवार को तेज हो गईं. यहां कांग्रेस के बागी विधायक रमेश जारकिहोली, उनके करीबी सहयोगी और विधायक महेश कुमाथल्ली के पार्टी छोड़ने की अटकलों से कांग्रेस के अंदर गहमागहमी का दौर शुरू हो गया.
पिछले कुछ समय से जारकिहोली के भारतीय जनता पार्टी के साथ संबंध ठीक ठाक चल रहे हैं. उन्होंने धमकी दी है कि वह अन्य विधायकों के साथ जल्द सामूहिक रूप से कांग्रेस छोड़ देंगे. इसके बाद राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन के नेता सकते में आ गए हैं.
हालांकि, इससे पहले खबरें थीं कि कांग्रेस विधायकों को इस्तीफे के लिए मनाने के प्रयास में रमेश अलग-थलग पड़ गए हैं क्योंकि श्रीमंत पाटिल, महेश कुमाथल्ली और बी नागेंद्र जैसे उनके करीबी विधायकों ने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जताई है. लेकिन बुधवार को रमेश जारकिहोली और कुमाथल्ली की मुलाकात से अटकलों को फिर बल मिलने लगा है.
इससे पहले 13 मई को कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के बीच तनातनी और बढ़ने की खबर सामने आयी थी. सोमवार को कर्नाटक जेडीएस के अध्यक्ष विश्वनाथ ने पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा, सिद्धारमैया 5 साल सीएम रहे और इसकी शेखी बघारते हैं. अगर ऐसा था तो उनकी सीटें 125 से घटकर 79 पर क्यों आ गईं. अगर उन्होंने अच्छी सरकार चलाई तो 130 से घटकर 79 पर क्यों आ गए.
वहीं विश्वनाथ के इस बयान पर कांग्रेस विधायक एसटी सोमशेखर ने सिद्धारमैया का बचाव करते हुए कहा था कि वह हाथी हैं. कुत्ते हाथी को देखकर भौंकते हैं. अगर 100 लोग सिद्धारमैया की तारीफ करते हैं तो यह उनके दिमाग में नहीं घुसता. अगर 100 लोग उनकी आलोचना करते हैं तो उन्हें फर्क नहीं पड़ता. वह हाथी हैं. वह नेता हैं.
बता दें कि कर्नाटक की 224 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी के 104, कांग्रेस के 77, जेडीएस के 37, बीएसपी का एक, एक निर्दलीय, केपीजेपी का एक विधायक और एक स्पीकर है. 19 मई को कुंडगोल विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी.

More videos

See All